Computer का Full Form क्या है सम्पूर्ण जानकारी

Computer एक ऐसा शब्द हैं जो आज की दुनिया का सबसे ज़रूरी हिस्सा बन चुका है क्योंकि कंप्यूटर ने मनुष्य जीवन को बेहतर बनाने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई हैं लेक़िन क्या आपकों पता है Computer क्या है और Computer को किसने बनाया।

आज के दौर में Computer हमारे दैनिक जीवन में बहुत अहमियत रखता है इस बात का अनुमान आप ऐसे लगा सकते है कि आज जिस स्मार्टफोन को हम अपने साथ ऱखते है वह भी कंप्यूटर का ही एक रूप है।

full form computer kya hai hindi

इसलिए आज स्कूल से लेकर कॉलेजों में Computer Education बहुत अहम हो चुका है इसलिए हर कक्षा में आपकों कंप्यूटर शिक्षा से जुड़ें विषयों के बारे में पढ़ाया जाता है।

हालात तो ऐसी बन चुकी है कि जिस व्यक्ति को कंप्यूटर नही आता हैं उसको इसका नुकसान झेलना पड़ता हैं इसका सबसे बड़ा उदाहरण है बिना कंप्यूटर आने वाले लोगों को आसानी से नौकरी नही मिलती हैं क्योंकि आज कंप्यूटर का हर क्षेत्र में इस्तेमाल किया जाता है।

इसलिए Computer Basic का ज्ञान तो आज सभी को होना चाहिए क्योंकि चाहें आप कोई बिज़नेस करो या फ़िर कोई नौकरी Computer के ज्ञान की आवश्यकता आपको हर क्षेत्र में होती हैं।

इसी कारण आज आपको हर जगह पर कंप्यूटर इंस्टीट्यूट और कंप्यूटर सेंटर देखने को मिल जाते हैं जो आपकों Computer Basic और Computer Advanced सीखने के लिए अच्छे ख़ासे पैसे लेते है।

इसलिए लिए आज हम आपको कंप्यूटर के बारे में पूरी जानकारी दें वाले है जैसे Computer का Full Form क्या है और कंप्यूटर को किसने बनाया और साथ ही साथ कंप्यूटर कैसे सीखें और Basic Computer Education क्या होता है।

अगर आप कंप्यूटर से जुड़ीं सभी बातों के बारे में जाना चाहते हैं तो आपको इस आर्टिकल को पूरा पढ़ना चाहिए ताकि कंप्यूटर से जुड़ीं कोई भी ऐसी बात न बचें जो आपको पता नही हो।

All Heading Show

Computer क्या हैं

कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण हैं यानी जिसकों चलाने के लिए बिजली या पॉवर की आवश्यकता होती हैं औऱ कंप्यूटर एक ऐसी मशीन हैं जो हमारे द्वारा ही दिये गए इनपुट पर काम करता है औऱ हमें आउटपुट प्रदान करता है।

कंप्यूटर एक स्वचालित मशीन हैं जो हमारे द्वारा पहले से ही दिए गये दिशा-निर्देश के आधार पर काम करती हैं जिसे प्रोग्रामिंग कहते हैं इसलिए कंप्यूटर को प्रोग्रामिंग मशीन भी कहा जाता हैं।

कंप्यूटर बाइनरी भाषा पर आधारित है और हमारी तरह कंप्यूटर की भी अपनी भाषा होती हैं इसलिए हमारे दिशा-निर्देश को Computer पहले अपनी भाषा मे बदलता हैं औऱ फिऱ उसका जवाब देता हैं

कंप्यूटर Binary Number System पर काम करता है मतलब कंप्यूटर केवल 0 और 1 को समझता हैं और हमारे द्वारा दिये गए निर्देश को पहले 0 और 1 में convert करता हैं और फ़िर उसका जवाब देता हैं।

वैसे तो Computer को मनुष्य द्वारा बनाया गया हैं लेक़िन यह इंसानों से कहीं ज्यादा बेहतर तरीके से काम करने की क्षमता रखता हैं क्योंकि कंप्यूटर एक अति-आधुनिक मशीन हैं जो किसी भी काम को बहुत तेज़ी से पूरा कर सकती हैं

Computer किसी भी काम को बहुत सटीकता और तेजी से इसलिए कर पाता हैं क्योंकि इसे किसी काम को करने के लिए पहले निर्देश दिए जाते हैं यह किसी प्रोग्राम या फ़िर सॉफ्टवेयर द्वारा दिये जाते हैं औऱ कंप्यूटर सिर्फ़ उनकों फ़ॉलो करता है।

जैसे कंप्यूटर में मौजूद कॉकलुटेर केवल मैथ की कैलकुलेशन कर सकता हैं जैसे जमा, घटा, भाग इत्यदि जबकि कंप्यूटर में ही मौजूद नोटपैड पर आप टाइपिंग औऱ दूसरे काम करता सकते हैं।

क्योंकि इनको पहले से ही बता दिया जाता है किसे-कैसे और कब काम करना हैं जिसके पीछे इंसानों द्वारा बनाई गई प्रोग्रामिंग होती हैं जिस पर Computer काम करता हैं औऱ उन्हें फॉलो करता है।

Computer का Full Form क्या हैं

आज लगभग हम सभी कंप्यूटर का इस्तेमाल करते हैं लेक़िन ऐसे बहुत कम लोग ही है जिन्हें Computer Full form के बारे में पता नहीं होता हैं इसलिए इंटरनेट पर “Computer का Full Form” क्या हैं इसके बारे में बहुत सर्च किया जाता है।

सबसे चौकाने वाली बात तो यह हैं कि कंप्यूटर को हिंदी में क्या कहते हैं इसके बारे में तो किसी को जानकारी ही नही होतीं क्योंकि अक़्सर इसे कंप्यूटर के नाम से ही जानना जाता है तो चलिए हम आपकों बताते है।

दरसल, Computer शब्द को लैटिन भाषा के शब्द Compute से लिये गया है जिसका अर्थ गणना करना होता है जिसका तात्पर्य कैलकेशन एवं हिसाब किताब से हैं।

Computer इंग्लिश के 8 अक्षरों से मिलकर बना हैं Computer Full Form यानी कंप्यूटर का पूरा नाम “Commonly Operated Machine Particularly Used For Technical Educational and Research” हैं और कंप्यूटर के हर शब्द का मतलब हैं जैसे

Computer Full Form:-
C – Commonly
O – Operated
M – Machine
P – Particularly
U – Used
T – Technical
E – Educational
R – Research

Computer को हिंदी में क्या कहते हैं

Computer Full Form का तो आपको अब पता लग चुका है लेकिन कंप्यूटर को हिंदी में क्या कहते हैं इसके बारे में भी किसी को पता नही होता क्योंकि हम बचपन से कंप्यूटर के इसी नाम को सुनते आ रहे हैं

लेकिन हम आपको बता दे कि Computer का हिंदी नाम भी हैं जो अक़्सर हमसे पूछ लिया जाता हैं लेक़िन इसकी जानकारी किसी-किसी को ही होती हैं इसलिए हम आपकों बता दे कि कंप्यूटर को हिंदी में “संगणक” नाम से जाना जाता है।

Computer kya hai infographic

Computer किसने बनाया- Father of Computer

कंप्यूटर ने हमारी ज़िंदगी को बदल कर रख दिया हैं और कंप्यूटर की बदौलत हमारी ज़िंदगी तेज़ी से औऱ अति आधुनिक होती जा रहीं हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि Computer को किसने बनाया और फ़ादर ऑफ़ कंप्यूटर कौन हैं।

हम जानते है कि कंप्यूटर कितनी एडवांस्ड मशीन हैं और यह सभी काम इंसानों के मुकाबले बहुत अच्छी तरह और कम समय मे कर सकती हैं लेक़िन इस मशीन को बनाने वाले का नाम क्या है कौन है वह शख़्स जिसने Computer का निर्माण किया।

हम आपको बता दे समय के साथ कईँ सारे लोगों ने कंप्यूटर के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है लेकिन “चार्ल्स बैबेज” को कंप्यूटर का जनक माना जाता हैं वह एक गणितज्ञ, दार्शनिक औऱ आविष्कारक थे जिन्होंने जैकार्ड पंच-कार्ड प्रणाली का प्रयोग करते हुए ‘एनालिटिकल इंजन’ का निर्माण किया।

आज के Computer भी उन्ही के बनाये गए फ्रेमवर्क पर काम करते हैं इसलिए चार्ल्स बैबेज को पहले कंप्यूटर की खोज करने का श्रेय दिया जाता हैं और उन्हें फ़ादर ऑफ़ कंप्यूटर कहा जाता है अक्सर कंप्यूटर की परीक्षा में यह सवाल पूछा जाता हैं इसलिए अब इसे याद रखें।

कंप्यूटर के प्रकार- Type Of Computer

कंप्यूटर एक मशीन है जिसे इस तरह से बनाया गया है कि यह हर तरह की गणना करने में सक्षम है मानव जीवन पूरी तरह से कंप्यूटर तकनीक से घिरा हुआ है औऱ रोजमर्रा की जिंदगी में कठिन गणित के सवालों को सुलझाने के लिए इस्तेमाल होने वाले कैलकुलेटर को भी कंप्यूटर कह सकते हैं।

इसके अलावा आपके जेब या हाथ मे आराम फरमा रहा स्मार्टफोन भी कंप्यूटर का उच्च उदहारण है कहने का अर्थ यह है कि कंप्यूटर कई रूप में हमारे आस-पास मौजूद है जिसे तीन आधार पर बांटा जा चुका है यह तीन आधार निम्मनलिखित है।

1. मैकेनिज्म के आधार पर

2. उद्देश्य के आधार पर

3. आकार के आधार पर

मैकेनिज्म के आधार पर कंप्यूटर के प्रकार

Analog Computers-

यह एक ऐसा कंप्यूटर है जो प्रेशर, तापमान, लंबाई या ऊंचाई को मापकर मानव के समझने वाले अंकों में व्यक्त करता है इसका सबसे प्रमुख उदहारण थर्मामीटर, स्पीडोमीटर इत्यादि है।

Digital Computers

इस तरह के कंप्यूटर में ‘डिजिट’ का बेहद अहम भूमिका रहती है डिजिट यानी कि संख्या यह कंप्यूटर अंकों के गणित को सुलझाता है औऱ जो लोग व्यापार करते हैं या बजट बनाते हैं उनके लिए इस प्रकार के कंप्यूटर बहुत उपयोगी होते हैं।

Hybrid Computers

यह कंप्यूटर के उस प्रकार को सबके सामने लाता है जिसमे एनालॉग और डिजिटल कंप्यूटर दोनों के गुणों का मिश्रण मौजूद होता है। यह कंप्यूटर उन खास जगहों पर इस्तेमाल किया जाता है जहाँ संख्या और प्रेशर जैसी डाटा का हर वक्त इस्तेमाल होता है।

उद्देश्य के आधार पर कंप्यूटर के प्रकार

General Purpose Computer

इस कंप्यूटर का इस्तेमाल कंपनी के साथ-साथ एक आम नागरिक भी कर पाएं इसीलिए इस तरह के कंप्यूटर ने मार्किट में कदम रखा इस कंप्यूटर में कम फ़ीचर्स होते हैं जो मनुष्य के सामान्य इस्तेमाल के अनुरूप डाले जाते हैं। इस कंप्यूटर में फ़ीचर्स इसीलिए कम होते हैं ताकि इसके दाम कंपनी कम रख सके।

Special Purpose Computer

यह कंप्यूटर खास उद्देश्य के लिए बनाए जाते हैं। यह आसानी से मार्किट में नहीं मिलते है इस तरह के कंप्यूटर को आप अंतरिक्ष विज्ञान, मौसम विज्ञान एवं चिकित्सा क्षेत्र में इस्तेमाल के रूप में पाएंगे।

आकार के आधार पर कंप्यूटर के प्रकार

Super Computers

यह कंप्यूटर उनके लिए बेहद खास है जिन्हें अपने काम मे तेजी चाहिए। इस कंप्यूटर में एक या एक से अधिक CPU लगाए जा सकते हैं तथा इसके साथ-साथ एक से अधिक लोग इस पर कार्य भी कर सकते हैं। यह कंप्यूटर आकर में बेहद बड़े होते हैं इसीलिए यह काफी महंगे होते हैं।

Mainframe Computers

यह कंप्यूटर की उस प्रजाति का नाम है जो मनुष्य के कार्य को पूर्ण करने के लिए तेज गति तो प्रदान करता ही है साथ ही हर तरह के डाटा को तेजी से प्रोसेस करने का भी काम करता है। लंबी बिल्डिंग की तरह दिखने वाला यह कंप्यूटर बड़ी कंपनियों में ज्यादातर इस्तेमाल किया जाता है जैसे कि रेलवे, मार्केटिंग में, इंडस्ट्रियल डिज़ाइन करने के लिए इत्यादि।

Micro Computers

इस तरह की कंप्यूटर का मार्किट में चलन काफी बढ़ चुका है अगर आधुनिक युग की बात की जाए तो माइक्रो कंप्यूटर आकार में काफी छोटा होता है अर्थात आप इसे एक जगह से दूसरी जगह ले जाने में सक्षम है जैसे- लैपटॉप, डेस्कटॉप, कैलकुलेटर इसी के उदहारण है।

Mini Computer

यह कंप्यूटर माइक्रो कंप्यूटर से ज्यादा अधिक पॉवर वाले रहते हैं जिसका असल कारण यह है कि इसमें एक से अधिक CPU का इस्तेमाल किया जा सकता है इसका उपयोग आरक्षण का संचालन और बैंकों में किया जाता है।

कंप्यूटर के मुख्य भाग- Part Of Computer

Computer एक इलेक्ट्रॉनिक यंत्र हैं जोकि हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर से मिलकर काम करता हैं इसलिए कंप्यूटर के दो भाग होते हैं एक सॉफ्टवेयर और दूसरा हार्डवेयर यह दोनों ही भाग कंप्यूटर के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं

इसलिए किसी कंप्यूटर में इन दोनों का होना आवश्यक होता हैं क्योंकि किसी एक भाग के बिना दूसरा भाग काम नही कर सकता हैं।

Computer Software

यह कंप्यूटर का वह भाग होता है जिसे भौतिक रूप से स्पश नही किया जा सकता परन्तु बैगर सॉफ्टवेयर के कंप्यूटर एक डब्बे के समान होता हैं क्योंकि कंप्यूटर में चलने वाली विंडो भी सॉफ्टवेयर के अंतर्गत आती हैं जिसका मतलब है कि बिना सॉफ्टवेयर कंप्यूटर काम नही कर सकता है।

कंप्यूटर हार्डवेयर कंप्यूटर सॉफ्टवेयर के निर्देश अनुसार काम करता हैं इसलिए कंप्यूटर चालू होने से लेकर कंप्यूटर बंद होने तक सभी कार्य कंप्यूटर सॉफ्टवेयर द्वारा ही किये जाते हैं औऱ किसी कंप्यूटर में मुख्य रूप से दो प्रकार के सॉफ्टवेयर होते हैं।

Computer System Software

कंप्यूटर में डिफ़ॉल्ट रूप से मिलने वाले सॉफ्टवेयर जैसे पेंट, कलुकेटर, विंडो, ब्राउज़र इत्यादि को कंप्यूटर सिस्टम सॉफ्टवेयर कहते हैं जोकि प्रत्येक कंप्यूटर में अपने आप होते है।

Computer Application Software

कुछ ऐसे सॉफ्टवेयर और एप्लीकेशन होती हैं जो कंप्यूटर में डिफ़ॉल्ट रूप से नही मिलती जैसे VLC Player, Typing Software, Video Editing Software इत्यादि जिन्हें अपनी जरूरत अनुसार और फक्शनलिटी बढ़ाने के लिए कंप्यूटर में डाला जाता है।

Computer Hardware

कंप्यूटर हार्डवेयर को आप भौतिक रूप से देख सकते है तथा स्पश कर सकते हैं उदहारण के लिए आपके हाथ मे माउस और सामने डेस्कटॉप कंप्यूटर हार्डवेयर के अंदर आते हैं इस प्रकार कंप्यूटर के कुछ मुख्य भाग होते है जिनकी जानकारी आपको होनी चाहिए।

कंप्यूटर एक तरह का मानवीय शरीर जैसा ही है जैसे इंसान का शरीर बिन हाथ, पैर के असहाय लगने लगता है ठीक उसी प्रकार कंप्यूटर भी अपने हिस्सो के बिना कंप्यूटर कहलाने लायक नहीं रहता हैं।

इसलिए कंप्यूटर दो हिस्सों से मिलकर बना होता है औऱ उन्ह हिस्सो को दो भागों में बांटा गया है एक Input Devices और Output Devices इन दोनों भाग का वर्णन नीचे संक्षेप में लिखा गया है।

Input Devices- यह डिवाइस कंप्यूटर के वह जरूरी हिस्से हैं जिसके मदद से लोग कंप्यूटर को अपना संदेश भेजते हैं। यह तार या आज के वक्त की नई तकनीक ब्लूएटूथ से कंप्यूटर सिस्टम से जुड़ा होता है इसके प्रमुख उदहारण में कीबोर्ड, माउस, जॉयस्टिक प्रमुख हैं।

Output Device- यह डिवाइस कंप्यूटर का वह हिस्सा है जो लोगों के इनपुट को कंप्यूटर भाषा मे समझकर उसका उत्तर मनुष्य भाषा मे निकालकर पेश करता है इसके प्रमुख उदहारण हैं मॉनिटर, प्रिंटर, प्रोजेक्टर, स्पीकर इत्यादि

कंप्यूटर के इन भागों के अलावा कुछ अन्य भी मौजूद हैं जिसे कंप्यूटर की सरंचना होती हैं जिसके बिना कंप्यूटर को परिभाषित करना नामुमकिन है जो इस प्रकार हैं।

CPU- CPU को कंप्यूटर का दिमाग भी कहा जाता है यही कंप्यूटर का वह हिस्सा है जो यह तय करता है कि उसे क्या करने का निर्देश मिला है और उसे कैसे करना है और इसका पूरा नाम सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट है।

Memory/Hard Drive- यह कंप्यूटर के वह खास हिस्सें हैं जो यह सुनिश्चित करते हैं कि आप कंप्यूटर पर ज्यादा से ज्यादा डाटा को स्टोर कर सके जिसे Hard Drive और रोम भी कहते है।

RAM जब कंप्यूटर को ऑन किया जाता हैं तब वह रैम का इस्तेमाल करके काम करता हैं यानी कंप्यूटर में चलने वाले सॉफ्टवेयर और एप्लीकेशन रैम पर चलते हैं और उनका डेटा Rom में स्टोर होता हैं।

Motherboard- यब कंप्यूटर का महत्वपूर्ण अंग हैं जिसे कंप्यूटर के सभी पार्ट जुड़ें होते हैं इसलिए यह कंप्यूटर का मुख्य सर्किट बोर्ड होता है और हार्डवेयर के अंतर्गत आता हैं।

Power Supply- SMPS जिसका पूरा नाम Switch Mode Power Supply हैं जो कंप्यूटर को पावर सप्लाई करता है।

Monitor- यह कंप्यूटर का मुख्य भाग है जो कंप्यूटर पर होने वाले कार्यों को डिस्प्ले करता है जिसे मॉनिटर कहते हैं यह एक इनपुट डिवाइस होता है जो आपके द्वारा दिये गए संकेतों को स्क्रीन पर दिखता हैं

Mouse- कंप्यूटर को इस्तेमाल करने के लिए हम मुख्य रूप से माउस का यूज़ करते हैं जिसे कंप्यूटर में मौजूद प्रोग्राम और सॉफ्टवेयर को हम अपनी आवश्यकताओं अनुसार निर्देश देते हैं इसलिए कंप्यूटर को चलाना माउस बहुत आसान बनाता है।

Keyboard- यह कंप्यूटर के इनपुट डिवाइस के अंतर्गत आता है कीबोर्ड के द्वारा भी आप कंप्यूटर को अपने निर्देश भेज सकते हैं जो इसे हमारी औऱ कंप्यूटर की भाषा मे एक दूसरे को जानकारी प्रदान करता हैं। कीबोर्ड में कई प्रकार के बटन होते है जो अलग-अलग फंक्शन के लिए इस्तेमाल होते हैं।

Computer काम कैसे करता हैं

जैसा की हम सब जानते है कि कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण हैं जो मानव की तुलना में अधिक तेजी से और सटीकता से काम करता हैं जिसके कारण अब हर क्षेत्र में कंप्यूटर टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जा रहा हैं परंतु कंप्यूटर काम कैसे करता हैं क्या आप जानते हैं अगर नहीं, तो चलिए समझते है।

Input- कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण हैं जिसमें एप्लीकेशन औऱ सॉफ्टवेयर व प्रोग्रामिंग के द्वारा दिशा निर्देश निर्धारित किये जाते हैं और जब हम इनपुट डिवाइस जैसे माउस, कीबोर्ड इत्यादि के द्वारा कुछ काम करते हैं तो यह पहले से दिए गए दिशा निर्देश के अनुसार काम करता हैं औऱ तुरंत हमें उसका रिजल्ट प्रदान करता है।

इसलिए जब हम कुछ इनपुट देते है तभी यह काम करना प्रारंभ करता हैं जिसके लिए हम इनपुट डिवाइस माउस, कीबोर्ड इत्यादि का इस्तेमाल करते हैं।

Processing- जब हमारे द्वारा कंप्यूटर को इनपुट दिया जाता है तो वह दिए गए दिशा निर्देश को पहले प्रोसेस करता हैं तब हमें हमरा रिजल्ट प्रदान करता हैं।

OutPut- अब जब हमनें कंप्यूटर को इनपुट प्रदान किया उसके बाद वह उसे कंप्यूटर भाषा मे प्रोसेस करके को कंप्यूटर को बताता हैं औऱ फ़िर हमारी भाषा मे हमें आउटपुट दिखता हैं औऱ इन्ह तीन स्टेप में कंप्यूटर द्वारा काम किया जाता है।

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Computer Generation- कंप्यूटर जनरेशन के प्रकार

लभगभ 16वीं शताब्दी से कंप्यूटर का विकास कार्य चल रहा हैं औऱ आज के आधुनिक कंप्यूटर तकनीक को भी ओर बेहतर बने के लिए भी कार्य किए जा रहे हैं जिसमें समय-समय पर बहुत सारे लोगों ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है औऱ समय के साथ होने वाले कंप्यूटर विकास को ही Computer Generation- कंप्यूटर जनरेशन कहा जाता हैं।

कंप्यूटर की खोज से लेकर आज तक कंप्यूटर की जनरेशन को पांच पीढ़ियों में बाँटा गया हैं इसलिए वर्तमान में हमारे पास पांचवीं पीढ़ी के कंप्यूटर हैं जो इस प्रकार है।

-(1940 – 1956) पहली पीढ़ी के कंप्यूटर

-(1956 – 1963) दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटर

-(1964 – 1971) तीसरी पीढ़ी के कंप्यूटर

-(1971 – 1985) चौथी पीढ़ी के कंप्यूटर

-(1985 – अब तक) पांचवीं पीढ़ी के कंप्यूटर

इस तरह समय-समय पर कई टेक्नोलॉजी के साथ कंप्यूटर का पीढ़ी दर पीढ़ी विकास हुआ औऱ जिसे कंप्यूटर को बेहतरीन बनाया गया सबसे पहली पीढ़ी के कंप्यूटर वैक्यूम ट्यूब टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते थे और आज के वर्तमान में कंप्यूटर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग करते हैं।

कम्प्यूटर की विशेषता

आज कंप्यूटर हमारे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका हैं चाहें मोबाइल हो या कलुकेटर या फ़िर ऑनलाइन कुछ आर्डर करना हो या ख़रीदना हो सभी कंप्यूटर आधरित व्यवस्था हैं जिसने हमारे जीवन को आधुनिक बना दिया है कंप्यूटर की कई विशेषताएं है।

Automatic- स्वचालित मशीन

यह कंप्यूटर की सबसे बड़ी विशेषता है कि यह दिए गए काम को आटोमेटिक यानी अपने आप कर सकता हैं और वह भी बिना थके और रुकें जैसे एयरप्लेन को ऑटोपायलट मोड पर चलाया जा सकता हैं औऱ अलार्म एक बार सेट करने के बाद हर रोज़ बजता हैं।

इसलिए आज Computer हर क्षेत्र में अपनी पकड़ बना रहा है जिसे समय की बचत होती हैं और साथ ही एक ही काम को बार-बार करने की बजाय हम उसे अपने अनुसार अपने आप काम करने के दिशा-निर्देश दे सकते है।

Accuracy- सटीकता

Computer का महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है क्योंकि यह एक दम सही सटीकता से काम करता हैं जैसे अगर आपको गुना, भाग, जमा, घटा इत्यादि में ग़लती कर सकते हैं परंतु यह आपकों हर बार बिल्कुल सटीक जवाब देता हैं जिसके कारण Computer रूपी कैलक्यूलेटर मशीन का उपयोग हिसाब किताब के लिए आमतौर पर किया जाता है।

Speed- गति

वैसे तो Computer को मनुष्य द्वारा बनाया गया है परंतु कंप्यूटर मनुष्य से कहीं ज्यादा तेज़ी से काम कर सकता हैं इसलिए आज बड़ी-बड़ी कंपनियां Computer Technology का अधिक से अधिक इस्तेमाल कर रही हैं।

जैसे अगर आप गुना, भाग, जमा, घटा इत्यादि करने में बहुत समय लगा सकते है जबकि Computer रूपी कैलक्यूलेटर मशीन का उपयोग करके आप यह काम सेकंडों में कर सकते हैं जो कंप्यूटर के काम करने की गति को दर्शाता है।

Storage Capacity- भंडारण की क्षमता

Computer में बहुत सारे डेटा को स्टोरेज को करने की क्षमता होती हैं जिसे अपनी जरूरत के हिसाब से बढ़ाया और घटाया भी जा सकता हैं इसलिए इसमें आप डेटा, फ़ोटो, वीडियो, ऑडियो, फ़ाइल, प्रोग्राम, गेम्स इत्यादि को जब तक चाहें रख सकते हैं और साथ ही किसी भी डेटा को कंप्यूटर भण्डार से ढूंढना भी बहुत आसान होता है।

Multitasking- एक साथ कई काम करें

मल्टीटास्किंग के कारण ही Computer को बहुत पसंद किया जाता हैं क्योंकि इसमें आप एक साथ बहुत सारे काम कर सकते हैं जैसे आप म्यूजिक सुनें के साथ-साथ नोटपैड पर काम कर सकते हैं, कैलक्यूलेटर यूज़ कर सकतें है और साथ ही इंटरनेट का इस्तेमाल भी कर सकतें है इत्यादि।

Reliability- विश्वनीयता

कंप्यूटर की एक औऱ ख़ास बात यह है कि यह बहुत भरोसेमंद और विश्वनीय हैं इसलिए हिसाब किताब करने के बाद उसे चैक करने के लिए कलुकेटर का इस्तेमाल किया जाता है जो सटीकता को प्रमाणित करता हैं इसलिए यह एक भरोसेमंद माना जाता है।

Secure & Safe- गोपनीयता

Computer में कई तरह की सिक्योरिटी का इस्तेमाल किया जाता है जिसे कंप्यूटर में मौजूद डेटा जैसे डेटा, फ़ोटो, वीडियो, ऑडियो, फ़ाइल, प्रोग्राम, गेम्स इत्यादि सभी सेफ और सुरक्षित रहते हैं औऱ आप इसपर पासवर्ड लगा सकते हैं जिसे आपकी परमिशन के बिना कोई इसका इस्तेमाल नही कर सकता है।

Diligence- सक्षमता

Computer एक प्रोग्रामिंग मशीन होती हैं जो बिना थके और रुकें आपके द्वारा दिये गये इनपुट के अनुसार लगातार काम कर सकती हैं वह भी हर काम को सटीकता और समानता के साथ चौबीसों घंटे काम कर सकती है।

Computer Course कैसे करें और सीखें

आज हर व्यक्ति को कंप्यूटर का ज्ञान होना बेहद ज़रूरी है चाहें आप विद्यार्थी हो या फ़िर नौकरी करने वाले हो सभी को कंप्यूटर का कम से कम Basic Computer का ज्ञान अनिवार्य हैं वर्ना आप आज की दुनिया मे बहुत पीछे रह जायँगे।

वैसे तो कंप्यूटर कितना भी सीख लो कम हैं लेकिन कम से कम आपको Basic Computer Course जरूर करना चाहिए ताकी आपको कंप्यूटर में क्या-कैसे-कहाँ से करते है इसकी जानकारी हो।

Computer Course important topics:

-What Is Computer?
-Basic Applications Of Computer
-Components Of Computer System
-Input Devices
-Output Devices
-Concept Of Hardware And Software
-Basics Of Operating System
-The User Interface
-Operating System Simple Setting
-File And Directory Management
-Word Processing Basics
-Opening And Closing Documents
-Text Creation And Manipulation
-Ms. Word
-Ms. Excel
-Ms. Power Point
-Formatting The Text
-Table Manipulation
-Communication Using The Internet
-WWW And Web Browser
-Communications And Collaboration
-Making Small Presentations

Basic Computer Course आप घर बैठें भी कर सकते है जिसके लिए आपको ज्यादा पैसे खर्च करने की आवश्यकता नही हैं अगर आप बिल्कुल ही फ़्री में Basic Computer Course करना चाहते हैं तो आप Youtube पर ढूंढ कर सकते हैं लेकिन अगर आप ऑनलाइन कोर्स के माध्यम से सीखना चाहतें है तो हम आपको कुछ कोर्स बता रहे हैं।

हम आपको Udemy वेबसाइट के Online Computer Course बता रहे हैं जिसे हजारों लोगों द्वारा पसंद किया गया हैं जो आपको Computer Course घर बैठें सीखा सकते हैं जिसमे हजारों लोगों ने रजिस्टर किया हैं अगर आप भी Online Computer Course करना चाहते हैं तो यह आपके लिए हेल्पफुल रहेगें।

Computer के क्षेत्र में कैरियर ऑप्शन

आज के युग मे कंप्यूटर के क्षेत्र में बहुत सारे कैरियर ऑप्शन मिलते हैं जिसे कंप्यूटर का ज्ञान रखने वाले विद्यार्थी अपना कैरियर बना सकते हैं इसके लिए भी बहुत सारे कोर्स ऑनलाइन और ऑफलाइन उपलब्ध हैं जिसके बारे में हम लिस्ट प्रदान कर रहे है।

Blogger
Youtuber
Vlogger
Web Developer
Web Designer
Computer Typist
Data Scientist
Digital Marketer
Graphic Designer
Computer Teacher
Computer Operator
Data Entry Operator
Hardware Engineer
Software Developer
Game Developer
Computer Programmer
Network Administrator

तो अगर आप कंप्यूटर में रुचि रखते है और कंप्यूटर के क्षेत्र में अपना कैरियर बनाना चाहते हैं तो आपको हमनें ऊपर कंप्यूटर फील्ड से जुड़े कैरियर ऑप्शन की जानकारी प्रदान की है जिसे आप अपनी रुचि के हिसाब से चुन सकतें है।

Computer के लाभ व फ़ायदे

Computer के बहुत सारे फ़ायदे हैं जिसके कारण कंप्यूटर हमारे जीवन मे अहम योगदान रखता हैं और आज कंप्यूटर के बिना मानव जीवन की कल्पना करना मुश्किल हो जाता हैं क्योंकि हमारी दैनिक जीवन मे लगभग सभी स्थानों पर कंप्यूटर का इस्तेमाल किया जाता हैं चलिये Computer के लाभ व फ़ायदे जानते है।

1. कंप्यूटर बहुत फ़ास्ट होता है जो मिनटों व सेकंडों में काम कर सकता है।

2. कंप्यूटर फ़ास्ट होने के साथ-साथ पूरी सटीकता से काम करता हैं जिसमें ग़लती की कोई गुंजाइश नहीं होती है।

3. कंप्यूटर से आप ऑनलाइन घर बैठे पैसे कमा सकते हैं।

4. कंप्यूटर में आप अपनी आवश्यकताओं अनुसार स्टोरज का इस्तेमाल कर सकते हैं अजर अपने महत्वपूर्ण डेटा को स्टोर कर सकते है।

5. कंप्यूटर के भंडारण में उपलब्ध किसी भी डेटा को ढूंढना बहुत आसान होता है।

6. कंप्यूटर में आप एक साथ कई सारे काम कर सकते है।

7. चूँकि कंप्यूटर बहुत तेजी से काम करता हैं तो इसे आपका बहुत सारा समय बचता हैं

8. कंप्यूटर से आप आटोमेटिक काम ले सकते है।

9. कंप्यूटर में आपका डेटा सिक्योर और सुरक्षित रहता है।

10. कंप्यूटर की मद्त से आप इंटरनेट की दुनिया से जुड़ सकतें हैं।

11. कंप्यूटर का इस्तेमाल शिक्षा की दृष्टि से भी बहुत लाभ मिलता हैं।

12. कंप्यूटर की मद्त से आप ऑफलाइन और ऑनलाइन बिज़नेस कर सकते है।

13. कंप्यूटर संचार का माध्यम है जिसे आप GmailSocial Media के द्वारा आसानी से एक देश से दूसरे देश मे कॉम्युनिकेशन कर सकते है।

14. कंप्यूटर के जरिये आप दैनिक जीवन की सभी सारी सुविधाओं का लाभ घर बैठें ले सकते हैं।

कंप्यूटर के नुकसान व हानियां

1. चूँकि कंप्यूटर अकेला ही एक साथ कई कामों का कर सकता हैं वह भी तेजी और सटीकता के साथ जिकसे करना बहुत सारे लोगों के नौकरी के अवसर कम हो जाते हैं।

2. कंप्यूटर मनुष्य की तुलना में ज्यादा बेहतर तरीके से काम करता हैं जिसके कारण नौकरी की कमी पैदा होती है।

3. कंप्यूटर के बढ़ते चलन के कारण हम बहुत आलसी हो गए है जिसका सबसे बड़ा उदाहरण है कि अब हम किसी मोबाइल नंबर को याद करने की बजाय उसे सेव करना ज्यादा पसंद करते है।

4. कंप्यूटर पर काम करने से हमारी आंखों पर बहुत प्रभाव पड़ता हैं जिसे सिर दर्द और आंखों की रौशनी कम हो जाती है।

5. कंप्यूटर पर काम करने से स्वस्थ पर भी बहुत बुरा प्रभाव पड़ता हैं जिसके कारण कंप्यूटर पर काम करने वाले व्यक्ति अक़्सर मोटे हो जाते हैं औऱ मेहतन भरा काम नहीं कर पाते है।

6. कंप्यूटर टेक्नोलॉजी से मनुष्य को लत लग जाती है और वह उसका आदि भी हो सकता हैं जैसे मोबाइल इस्तेमाल करना और PUBG जैसे गेम की आदत लग जाती है।

7. कंप्यूटर में आपका डेटा वायरस व हककिंग के कारण डिलीट व लीक भी हो सकता है।

कंप्यूटर से जुड़ें सवाल-जवाब

1. कंप्यूटर क्या हैं?

कंप्यूटर एक एलेक्ट्रॉनिक मशीन हैं जो हमारे द्वारा दिये गये दिशा-निर्देश को अनुसार काम करती हैं यह दिशा निर्देश हम इनपुट डिवाइस की मद्त से भेजते है जैसे माउस व कीबोर्ड औऱ आउटपुट डिवाइस के जरिये प्राप्त करते है जैसे मॉनिटर

2. कंप्यूटर कितने प्रकार के होते हैं?

मुख्य रूप से कंप्यूटर को तीन भागों में बांटा गया हैं जिसे मैकेनिज्म के आधार पर, साइज के आधार पर और उद्देश्य के आधार पर बांटा गया हैं जिसकी जानकारी आपको ऊपर विस्तार से बताई गई है

3. कंप्यूटर कैसे सीखे?

कंप्यूटर आप दो तरीकों से सीख सकते हैं पहला तरीका जो लंबे समय से चल रहा है वह है ऑफलाइन और दूसरा तरीका जिसमे आप घर बैठे online Computer Course खरीदकर आसानी से सीख सकते हैं जिसकी जानकारी आपकों प्रदान की गई है।

4. कंप्यूटर के मुख्य भाग कौन से है?

कंप्यूटर कई सारे पार्ट से मिलकर बना है जिसके प्रमुख भाग है सीपीयू, मोथेरबोर्ड, मॉनिटर, माउस, कीबोर्ड और रैम एंड रोम इत्यादि।

5. कंप्यूटर का जनक कौन है?

कईँ सारे लोगों ने कंप्यूटर के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है लेकिन “चार्ल्स बैबेज” को कंप्यूटर का जनक माना जाता हैं वह एक गणितज्ञ, दार्शनिक औऱ आविष्कारक थे जिन्होंने जैकार्ड पंच-कार्ड प्रणाली का प्रयोग करते हुए ‘एनालिटिकल इंजन’ का निर्माण किया।

6. कंप्यूटर क्या कार्य करता हैं?

कंप्यूटर हमारे द्वारा दिये गए इनपुट यानी दिशा-निर्देश को समझकर उसके अनुसार आउटपुट प्रदान करता हैं इसके लिए यह तीन स्टेप में काम करता है पहला इनपुट दूसरा प्रोसेस और तीसरा आउटपुट प्रदान करना।

7. कॉम्प्यूटर की खोज कब हुई?

कंप्यूटर की खोज 1823 में कई गई थी औऱ जिसके अविष्कार करने का श्रेय “चार्ल्स बैबेज” को माना जाता हैं इसलिए चार्ल्स बैबेज को कंप्यूटर का फ़ादर भी कहा जाता है।

हम अपने दैनिक जीवन मे हर रोज कंप्यूटर का इस्तेमाल करते है क्योंकि हमारा स्मार्टफोन भी एक कंप्यूटर का ही रूप है बस सिर्फ़ इसकी रचना लग हैं इसी प्रकार बहुत सारी कंप्यूटर टेक्नोलॉजी चीजें हम हर रोज इस्तेमाल करते है।

हमनें आपको Computer क्या हैं और कंप्यूटर किसने बनाया साथ ही Computer Course व अन्य चीजों के बारे में सम्पूर्ण जानकारी के साथ बताने का प्रयास किया हैं जिसे आपको कंप्यूटर के बारे में समझने में मद्त मिली होगी।

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HP Jinjholiya
मेरा नाम HP Jinjholiya है, मैंने 2015 में ब्लॉगस्पॉट पर एक ब्लॉगर के रूप में काम करना शुरू किया उसके बाद 2017 में मैंने NewsMeto.com बनाया। अब मैं ब्लॉगिंग, यूट्यूबर, डिजिटल मार्केटिंग और कंटेंट क्रिएटर के क्षेत्र में एक बहुमुखी पेशेवर हूं। मैं गहन शोध करता हूं और हमारे पाठकों के लिए उच्च गुणवत्ता वाली सामग्री उत्पादित करता हूं। हर एक सामग्री मेरे व्यापक विशेषज्ञता और गहरे शोध पर आधारित होती है।