ISRO Full Form(इसरो) क्या है पूरी जानकारी

Full Form ISRO kya hai puri jankari hindi

जब भारत द्वारा अन्तरिक्ष में कोई प्रोग्राम लॉन्च किया जाता है तो अक्सर बहुत सारे लोगों को टीवी और अख़बारों के द्वार ISRO(इसरो) के बारे में पता चलता है क्योंकि टीवी और अखबारों में ISRO के बारे में बहुत ज्यादा खबरें देखने को मिलती है।

इसलिए बहुत सारे लोग यह जानने के लिए की ISRO क्या है और ISRO का पूरा नाम क्या है इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं ताकि वह इसके बारे में समझ सकें।

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और साथ ही अगर आप एक विद्यार्थी है औऱ किसी सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहें है जैसे SSC तो आपके लिए ISRO क्या है और ISRO की Full Form क्या है यह जानना बेहद ज़रूरी हो जाता है।

क्योंकि अक़्सर एग्जाम में अन्तरिक्ष से ज़ुड़े बहुत सारे सवालों के बारे में पहुँचा जाता है और ख़ासकर करंट अफेयर्स में आपको इस तरह के क्वेश्चन देखने को मिल जाते है।

इसलिए आज हम आपको ISRO क्या है और ISRO full form क्या होती है के बारे में विस्तार से बताने वाले हैं तो अगर आप पूरी जानकारी के साथ जानना चाहते है तो इस आर्टिकल को पूरा पढें।

ISRO Full Form क्या हैं

सबसे आपके लिए यह जानना बहुत ज़रूरी है कि ISRO(इसरो) का पूरा नाम क्या हैं अगर बात करें इंग्लिश में ISRO Full Form “Indian Space Research Organisation” है और जिसे हिंदी भाषा मे “भारतीय अन्तरिक्ष अनुसंधान संगठन” कहते है।

ISRO दुनिया की टॉप 5 सबसे बड़ी अंतरिक्ष एजेंसियों में से एक हैं और अब तक ISRO अंतरिक्ष मे 370 उपग्रह भेज चुका हैं जिसमे से 101 भारत के लिए और 269 विदेशों के लिए उपग्रह भेज चुका है।

और हाल ही में चन्द्रयान-2 की सफलता के बाद अब भारत द्वारा अंतरिक्ष मे 371 उपग्रह भेजे जा चुके हैं औऱ मून मिशन के बाद अब इसरो की अगली तैयारी सूरज मिशन एल1 को अंजाम देने की है।

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ISRO(इसरो) क्या है पूरी जानकारी

इसरो भारत की स्पेस एजेंसी एवं राष्ट्रीय अंतरिक्ष संस्थान है जिसका काम भारत के लिए अंतरिक्ष से सम्बंधित सभी प्रकार की तकनीक उपलब्ध करवाना और विकसित करना है।

ISRO की स्थापना सन 1969 में वैज्ञानिक विक्रम अंबालाल साराभाई के प्रयासों के द्वारा हुई थीं इसलिए इन्हें इसरो का जनक भी कहा जाता है। इसरो का मुख्यालय बेंगलुरु में हैं और इसरो अंतरिक्ष विभाग भारतीय सरकार के अधीन काम करता है औऱ सीधे प्रधानमंत्री को रिपोर्ट करता है।

ISRO दुनिया की टॉप 5 स्पेस एजेंसी में से एक है औऱ इसरो दुनिया की एक मात्र ऐसी स्पेस एजेंसी है जो मंगल(Mars) पर जाने की पहली कोशिश में सफलता प्राप्त कर चुका हैं जबकि और कोई देश या स्पेस एजेंसी अभी तक ऐसे नही कर पाई है।

हम आपको बता दे कि ISRO दुनिया की एक ऐसी स्पेस एजेंसी भी है जो दूसरे देशों के मुक़ाबले सबसे कम ख़र्चे में स्पेस प्रोग्राम लॉन्च करती है इसका अनुमान ऐसे लगाया जा सकता हैं

हाल ही में भारत द्वारा लॉन्च किये गये चन्द्रयान-2 पर 978 करोड़ रुपये ख़र्च हुए हैं जोकि कई हॉलीवुड फिल्म के बजट से भी कम है जैसे चर्चित हॉलीवुड फिल्म एवेंजर्स एन्डगेम का बजट 2443 करोड़ रुपये था जबकी इतने बजट में भारत दो चन्द्रयान भेज सकता है।

भारत का पहला उपग्रह 19 अप्रैल 1975 को लॉन्च किया गया था जिसका नाम गणितिज्ञ्य आर्यभट्ट के नाम पर रखा गया था औऱ फिर 7 जून 1979 में भारत द्वारा दूसरा उपग्रह लॉन्च किया गया जो 445 किलो का था जिसे पृथ्वी के कक्ष में स्थापित किया गया जिसका नाम भास्कर रखा गया।

भारतीय स्पेस एजेंसी ISRO द्वारा अंतरिक्ष मे अब तक 370 उपग्रह भेजे जा चुके हैं जिसमे से 101 भारत के लिए और 269 विदेशों के लिए उपग्रह भेज चुका है तो चलिए ISRO की महत्वपूर्ण उपलब्धियो के बारे में जानते है।

ISRO(इसरो) की महत्वपूर्ण उपलब्धियां

-21 नवंबर 1963 में थुम्बा से पहले रॉकेट का परीक्षण किया गया।

-1972 में अंतरिक्ष विभाग की स्थापना की गई

-19 अप्रैल 1975 में भारत का पहेला उपग्रह लॉन्च किया गया जिसका नाम आर्यभट रखा गया।

-7 जून 1979 में भारत का दूसरा उपग्रह लॉन्च किया गया जिसका नाम भास्कर रखा गया।

-1981 एप्पल नाम के भूवैज्ञानिक संचार उपग्रह को लॉन्च किया गया।

-1982 में इन्सैट-1A को अप्रैल में लॉन्च किया गया और सितंबर में अक्रियकरण किया गया।

-1984 में राकेश शर्मा पहला भारतीय अंतरिक्ष यात्री बना।

-1988 में भारत का पहला IRS-1A दूर संवेदी उपग्रह लॉन्च किया गया।

-1992 में पूरी तरह स्वदेशी तकनीक की मद्त से भारत ने इन्सैट-2A उपग्रह को सफलतापूर्वक लॉन्च किया

-1999 में पहली बार किसी दूसरे देश के उपग्रह को भारत से लॉन्च किया गया।

-22 अक्टूबर 2008 को चन्द्रयान को सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया।

-5 नवंबर 2013 को मंगलयान को सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया और पहली ही बार मे मंगलयान को सफलतापूर्वक लॉन्च करने वाला भारत पहले देश बन गया।

-14 जुलाई 2019 को चन्द्रयान-2 को सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया और दूसरे देशों के मुक़ाबले सबसे कम ख़र्चे में चन्द्रयान-2 लॉच किया गया।

ISRO(इसरो) केंद्रों की जानकारी

भारतीय स्पेस एजेंसी इसरो के देश भर में कई केंद्र है और अन्य कई एजेंसी और प्रयोगशालाएँ मौजूद हैं हम आपको नीचे एक फ़ोटो प्रदान करने वाले है जिसमें सभी ISRO Centres की जानकारी दी गयी है।

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ISRO के बारे में अक्सर पूछें गये प्रशन

1. ISRO(इसरो) का पूरा नाम क्या है
-Indian Space Research Organisation(“भारतीय अन्तरिक्ष अनुसंधान संगठन”)

2. इसरो की स्थापना कब की गई
-15 अगस्त 1969

3. भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम का जनक किसे कहते है।
-विक्रम अंबालाल साराभाई

4. भारत मे अंतरिक्ष कार्यक्रम का आरम्भ कहां से हुआ।
-तिरुवनंतपुरम के निकट थुम्बाभूमध्यरेखीयराकेट प्रमोचन केंद्र (टर्ल्स) में हुआ।

5. भारतीय पहला स्वदेशी रॉकेट कब बना।
-20 नवंबर 1967 में आरएच-75

6. भारत का पहला उपग्रह कौन सा था।
-आर्यभट्ट

7. चन्द्रयान-1 को कब लॉन्च किया गया।
-22 अक्टूबर 2008

8. चन्द्रयान-2 को कब लॉन्च किया गया।
-14 जुलाई 2019 को चन्द्रयान-2 को सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया

9. ISRO Chairman(चेयरमैन) कौन है।
-Kailasavadivoo Sivan(कैलासवादिवू सिवान)

तो दोस्तों ISRO(इसरो) भारतीय स्पेस एजेंसी है और यह अंतरिक्ष कार्यक्रमों में बहुत बेहतरीन काम कर रही हैं इसलिए ही यह दुनिया की टॉप अंतरिक्ष एजेंसी में से एक है।

इसरों का बाकी देशों की तुलना में बहुत कम बजट होता है जो केंद्र सरकार के कुछ खर्चो का 0.34% औऱ GDP का 0.08% है और अगर इसरो की तुलना पाकिस्तान की स्पेस एजेंसी से की जाये तो पाकिस्तान भारत के आसपास भी नही दिखाई देता है

जबकि पाकिस्तान स्पेस एजेंसी जिसका नाम SUPARCO है जिसकी स्थापना 1961 में की गई थी और भारतीय स्पेस एजेंसी इसरो(ISRO) 1969 में बनाई गई थीं फ़िर भी पाकिस्तानी स्पेस एजेंसी केवल 2-3 सैटेलाइट्स वह भी दूसरे देशों की मद्त से लॉन्च कर सका है।

जबकि आज भारतीय स्पेस एजेंसी ISRO दूसरे देशों के लिए भी सैटेलाइट्स अंतरिक्ष मे भेजता है। इस बात से आप अनुमान लगा सकते है कि भारत अंतरिक्ष कार्यक्रमों मे कितनी तेजी से आगे बढ़ रहा हैं औऱ हमें उमीद है कि भारत एक दिन पहला स्थान भी प्राप्त कर लेगा।

तो दोस्तों आपको हमारा यह आर्टिकल कैसे लगा हमें जरूर बताये और अगर आपको हमारा आर्टिकल ISRO की जानकारी पसंद आता है तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी जरूर Share करें।

HP Jinjholiya
मेरा नाम HP Jinjholiya है, मैंने 2015 में ब्लॉगस्पॉट पर एक ब्लॉगर के रूप में काम करना शुरू किया उसके बाद 2017 में मैंने NewsMeto.com बनाया। मैं गहन शोध करता हूं और हमारे पाठकों के लिए उच्च गुणवत्ता वाली सामग्री उत्पादित करता हूं। हर एक सामग्री मेरे व्यापक विशेषज्ञता और गहरे शोध पर आधारित होती है।