Aaj Ka Panchang- हिन्दू धर्म मे किसी भी विशेष कार्यक्रम औऱ शुभ काम को करने से पहले पंचांग को देखें जाता हैं तथा पंचांग देखें बिना शुभ कार्य शरू नहीं किया जाता हैं इसलिए आज भी अधिकतर लोग Aaj Ka Panchang क्या हैं यह देखकर ही अपने कार्यों को शरू करते हैं।
दरसल, पंचांग(Panchang) का हमारे जीवन मे विशेष महत्व हैं क्योंकि पंचांग के माध्यम से ही हमें पता लगता हैं कि आज के दिन का कौन सा समय शुभ हैं और कौन सा समय अशुभ हैं जिसे हम अपने विशेष कार्यों को शुभ मुहूर्त के अनुसार करते है तथा अशुभ समय के दौरान उन्हें रोक देते है।
इसलिए किसी भी विशेष कार्यक्रम जैसे शादी-ब्याह, व्यवसाय की शरुवात, घर प्रवेश, उत्सव, पूजा-पाठ, व्रत इत्यादि को शुभ मुहूर्त देखकर किया जाता है जिसके लिए Aaj Ka Panchang यानी उस दिन के पंचांग को देखा जाता हैं।
पंचांग को हिन्दू कैलेंडर भी कहा जाता हैं जिसे वैदिक ज्योतिष के द्वारा बनाया गया हैं हिन्दू धर्म मे महत्वपूर्ण कार्यों को शुभ मुहूर्त देखकर करने की मान्यता सदियों से चली आ रही हैं जिसमें विभिन्न समय औऱ तिथियों पर आकाश में खगोलीय वस्तुओं की दशा या स्थिति का ब्यौरा दिया जाता हैं।
आज हम आपको Aaj Ka Panchang की जानकारी प्रदान करने वाले हैं जिसे आप पता कर सकते है कि आज का कौन सा समय शुभ हैं और कौन सा समय अशुभ हैं इसके लिए आपको पंचांग तालिका प्रदान की गई है।
Aaj Ka Panchang- आज का पंचांग
23 March 2023 का पंचांग देखें
विक्रम संवत – 2080, अनला |
शक सम्वत – 1945, शोभकृत |
पूर्णिमांत – चैत्र |
अमांत – चैत्र |
तिथि द्वितीया – 18:23:22 तक |
नक्षत्र रेवती – 14:09:11 तक |
करण बालव – 07:19:01 तक |
करण कौलव – 18:23:22 तक |
योग एन्द्र – 27:41:44 तक |
पक्ष- शुक्ल |
वार- गुरूवार |
— सूर्योदय एवं चन्द्रोदय —
सूर्योदय – 6:25 AM |
सूर्यास्त – 6:29 PM |
चन्द्रोदय – Mar 23 7:22 AM |
चन्द्रास्त – Mar 23 8:23 PM |
अशुभ मुहूर्त- 23 March 2023 का पंचांग
राहुकाल | 01:59 PM to 03:31 PM |
गुलिक काल | 09:25 AM to 10:56 AM |
वर्ज्यम् | No!!! |
यमगण्ड | 06:22 AM to 07:54 AM |
दुर्मुहूर्त | 10:26 AM to 11:15 AM 03:19 PM to 04:07 PM |
शुभ मुहूर्त- 23 March 2023 का पंचांग
ब्रह्ममुहूर्त | 04:48 AM to 05:35 AM |
अभिजित मुहूर्त | 12:04 PM to 12:52 PM |
गोधूलि मुहूर्त | 06:33 PM to 06:56 PM |
अमृत काल | 11:53 AM to 01:23 PM |
विजय मुहूर्त | 02:30 PM to 03:19 PM |
Kal Ka Panchang – कल का पंचांग
चुकि अधितकर लोगो किसी भी काम को करने से पहले शुभ और अशुभ समय को देखते है इसलिए Aaj Ka Panchang देखने के बाद आपको Kal Ka Panchang भी निचे प्रदान किया गया है साथ ही आने वाले अगले दिनों के पंचांग की जानकारी दी गयी है इसलिए आप इस पेज को अपने ब्राउज़र में Add To Home करे और हर रोज के पंचांग से अपडेट रहे!
24 March 2023 का पंचांग देखें
विक्रम संवत – 2080, अनला |
शक सम्वत – 1945, शोभकृत |
पूर्णिमांत – चैत्र |
अमांत – चैत्र |
तिथि तृतीया – 17:02:13 तक |
नक्षत्र अश्विनी – 13:22:49 तक |
करण गर – 17:02:13 तक |
करण वणिज – 28:38:04 तक |
योग वैधृति – 25:41:58 तक |
पक्ष- शुक्ल |
वार- शुक्रवार |
— सूर्योदय एवं चन्द्रोदय —
सूर्योदय – 6:24 AM |
सूर्यास्त – 6:30 PM |
चन्द्रोदय – Mar 24 7:55 AM |
चन्द्रास्त – Mar 24 9:27 PM |
अशुभ मुहूर्त- 24 March 2023 का पंचांग
राहुकाल | 10:56 AM to 12:28 PM |
गुलिक काल | 07:53 AM to 09:24 AM |
वर्ज्यम् | 09:30 AM to 11:03 AM |
यमगण्ड | 03:31 PM to 05:03 PM |
दुर्मुहूर्त | 08:48 AM to 09:37 AM 12:52 PM to 01:41 PM |
शुभ मुहूर्त- 24 March 2023 का पंचांग
ब्रह्ममुहूर्त | 04:47 AM to 05:34 AM |
अभिजित मुहूर्त | 12:03 PM to 12:52 PM |
गोधूलि मुहूर्त | 06:33 PM to 06:57 PM |
अमृत काल | 06:24 AM to 07:57 AM |
विजय मुहूर्त | 02:30 PM to 03:19 PM |
25 March 2023 का पंचांग देखें
विक्रम संवत – 2080, अनला |
शक सम्वत – 1945, शोभकृत |
पूर्णिमांत – चैत्र |
अमांत – चैत्र |
तिथि चतुर्थी – 16:25:26 तक |
नक्षत्र भरणी – 13:19:27 तक |
करण विष्टि – 16:25:26 तक |
करण बव – 28:24:31 तक |
योग विश्कुम्भ – 24:18:21 तक |
पक्ष- शुक्ल |
वार- शनिवार |
— सूर्योदय एवं चन्द्रोदय —
सूर्योदय – 6:23 AM |
सूर्यास्त – 6:30 PM |
चन्द्रोदय – Mar 25 8:31 AM |
चन्द्रास्त – Mar 25 10:29 PM |
अशुभ मुहूर्त- 25 March 2023 का पंचांग
राहुकाल | 09:24 AM to 10:55 AM |
गुलिक काल | 06:20 AM to 07:52 AM |
वर्ज्यम् | Mar 26 01:40 AM to 03:19 AM |
यमगण्ड | 01:59 PM to 03:31 PM |
दुर्मुहूर्त | 06:20 AM to 07:09 AM 07:09 AM to 07:58 AM |
शुभ मुहूर्त- 25 March 2023 का पंचांग
ब्रह्ममुहूर्त | 04:46 AM to 05:33 AM |
अभिजित मुहूर्त | 12:03 PM to 12:52 PM |
गोधूलि मुहूर्त | 06:34 PM to 06:57 PM |
अमृत काल | 08:32 AM to 10:07 AM |
विजय मुहूर्त | 02:30 PM to 03:19 PM |
26 March 2023 का पंचांग देखें
विक्रम संवत – 2080, अनला |
शक सम्वत – 1945, शोभकृत |
पूर्णिमांत – चैत्र |
अमांत – चैत्र |
तिथि पंचमी – 16:35:14 तक |
नक्षत्र कृत्तिका – 14:01:30 तक |
करण बालव – 16:35:14 तक |
करण कौलव – 28:57:19 तक |
योग प्रीति – 23:31:10 तक |
पक्ष- शुक्ल |
वार- रविवार |
— सूर्योदय एवं चन्द्रोदय —
सूर्योदय – 6:22 AM |
सूर्यास्त – 6:31 PM |
चन्द्रोदय – Mar 26 9:10 AM |
चन्द्रास्त – Mar 26 11:31 PM |
अशुभ मुहूर्त- 26 March 2023 का पंचांग
राहुकाल | 05:03 PM to 06:35 PM |
गुलिक काल | 03:31 PM to 05:03 PM |
वर्ज्यम् | No!!! |
यमगण्ड | 12:27 PM to 01:59 PM |
दुर्मुहूर्त | 04:57 PM to 05:46 PM |
शुभ मुहूर्त- 26 March 2023 का पंचांग
ब्रह्ममुहूर्त | 04:45 AM to 05:32 AM |
अभिजित मुहूर्त | 12:02 PM to 12:52 PM |
गोधूलि मुहूर्त | 06:34 PM to 06:58 PM |
अमृत काल | 11:33 AM to 01:12 PM |
विजय मुहूर्त | 02:30 PM to 03:19 PM |
27 March 2023 का पंचांग देखें
विक्रम संवत – 2080, अनला |
शक सम्वत – 1945, शोभकृत |
पूर्णिमांत – चैत्र |
अमांत – चैत्र |
तिथि षष्ठी – 17:30:09 तक |
नक्षत्र रोहिणी – 15:27:40 तक |
करण तैतिल – 17:30:09 तक |
करण गर – 30:12:57 तक |
योग आयुष्मान – 23:18:00 तक |
पक्ष- शुक्ल |
वार- सोमवार |
— सूर्योदय एवं चन्द्रोदय —
सूर्योदय – 6:21 AM |
सूर्यास्त – 6:31 PM |
चन्द्रोदय – Mar 27 9:54 AM |
चन्द्रास्त – Mar 28 12:30 AM |
अशुभ मुहूर्त- 27 March 2023 का पंचांग
राहुकाल | 07:50 AM to 09:22 AM |
गुलिक काल | 01:59 PM to 03:31 PM |
वर्ज्यम् | 06:59 AM to 08:40 AM 09:32 PM to 11:17 PM |
यमगण्ड | 10:54 AM to 12:27 PM |
दुर्मुहूर्त | 12:51 PM to 01:41 PM 03:19 PM to 04:08 PM |
शुभ मुहूर्त- 27 March 2023 का पंचांग
ब्रह्ममुहूर्त | 04:44 AM to 05:31 AM |
अभिजित मुहूर्त | 12:02 PM to 12:51 PM |
गोधूलि मुहूर्त | 06:35 PM to 06:58 PM |
अमृत काल | 12:04 PM to 01:46 PM |
विजय मुहूर्त | 02:30 PM to 03:19 PM |
28 March 2023 का पंचांग देखें
विक्रम संवत – 2080, अनला |
शक सम्वत – 1945, शोभकृत |
पूर्णिमांत – चैत्र |
अमांत – चैत्र |
तिथि सप्तमी – 19:04:38 तक |
नक्षत्र मृगशिरा – 17:32:32 तक |
करण वणिज – 19:04:38 तक |
योग सौभाग्य – 23:33:45 तक |
पक्ष- शुक्ल |
वार- मंगलवार |
— सूर्योदय एवं चन्द्रोदय —
सूर्योदय – 6:20 AM |
सूर्यास्त – 6:32 PM |
चन्द्रोदय – Mar 28 10:41 AM |
चन्द्रास्त – Mar 29 1:25 AM |
अशुभ मुहूर्त- 28 March 2023 का पंचांग
राहुकाल | 03:31 PM to 05:04 PM |
गुलिक काल | 12:26 PM to 01:59 PM |
वर्ज्यम् | Mar 29 02:50 AM to 04:37 AM |
यमगण्ड | 09:21 AM to 10:54 AM |
दुर्मुहूर्त | 08:44 AM to 09:34 AM 11:16 PM to 12:03 AM, Mar 29 |
शुभ मुहूर्त- 28 March 2023 का पंचांग
ब्रह्ममुहूर्त | 04:43 AM to 05:30 AM |
अभिजित मुहूर्त | 12:02 PM to 12:51 PM |
गोधूलि मुहूर्त | 06:35 PM to 06:59 PM |
अमृत काल | 07:58 AM to 09:43 AM |
विजय मुहूर्त | 02:30 PM to 03:19 PM |
29 March 2023 का पंचांग देखें
विक्रम संवत – 2080, अनला |
शक सम्वत – 1945, शोभकृत |
पूर्णिमांत – चैत्र |
अमांत – चैत्र |
तिथि अष्टमी – 21:09:26 तक |
नक्षत्र आर्द्रा – 20:07:07 तक |
करण विष्टि – 08:03:57 तक |
करण बव – 21:09:26 तक |
योग शोभन – 24:11:07 तक |
पक्ष- शुक्ल |
वार- बुधवार |
— सूर्योदय एवं चन्द्रोदय —
सूर्योदय – 6:18 AM |
सूर्यास्त – 6:33 PM |
चन्द्रोदय – Mar 29 11:33 AM |
चन्द्रास्त – Mar 30 2:15 AM |
अशुभ मुहूर्त- 29 March 2023 का पंचांग
राहुकाल | 12:26 PM to 01:59 PM |
गुलिक काल | 10:53 AM to 12:26 PM |
वर्ज्यम् | No!!! |
यमगण्ड | 07:48 AM to 09:21 AM |
दुर्मुहूर्त | 12:01 PM to 12:51 PM |
शुभ मुहूर्त- 29 March 2023 का पंचांग
ब्रह्ममुहूर्त | 04:42 AM to 05:29 AM |
अभिजित मुहूर्त | No!!! |
गोधूलि मुहूर्त | 06:36 PM to 06:59 PM |
अमृत काल | 09:02 AM to 10:49 AM |
विजय मुहूर्त | 02:30 PM to 03:19 PM |
30 March 2023 का पंचांग देखें
विक्रम संवत – 2080, अनला |
शक सम्वत – 1945, शोभकृत |
पूर्णिमांत – चैत्र |
अमांत – चैत्र |
तिथि नवमी – 23:32:38 तक |
नक्षत्र पुनर्वसु – 22:59:47 तक |
करण बालव – 10:19:33 तक |
करण कौलव – 23:32:38 तक |
योग अतिगंड – 25:01:19 तक |
पक्ष- शुक्ल |
वार- गुरूवार |
— सूर्योदय एवं चन्द्रोदय —
सूर्योदय – 6:17 AM |
सूर्यास्त – 6:33 PM |
चन्द्रोदय – Mar 30 12:28 PM |
चन्द्रास्त – Mar 31 3:00 AM |
अशुभ मुहूर्त- 30 March 2023 का पंचांग
राहुकाल | 01:59 PM to 03:32 PM |
गुलिक काल | 09:20 AM to 10:53 AM |
वर्ज्यम् | 09:33 AM to 11:21 AM |
यमगण्ड | 06:14 AM to 07:47 AM |
दुर्मुहूर्त | 10:22 AM to 11:11 AM 03:19 PM to 04:09 PM |
शुभ मुहूर्त- 30 March 2023 का पंचांग
ब्रह्ममुहूर्त | 04:41 AM to 05:28 AM |
अभिजित मुहूर्त | 12:01 PM to 12:51 PM |
गोधूलि मुहूर्त | 06:36 PM to 07:00 PM |
अमृत काल | 08:18 PM to 10:06 PM |
विजय मुहूर्त | 02:30 PM to 03:19 PM |
31 March 2023 का पंचांग देखें
विक्रम संवत – 2080, अनला |
शक सम्वत – 1945, शोभकृत |
पूर्णिमांत – चैत्र |
अमांत – चैत्र |
तिथि दशमी – 26:01:09 तक |
नक्षत्र पुष्य – 25:57:52 तक |
करण तैतिल – 12:47:02 तक |
करण गर – 26:01:09 तक |
योग सुकर्मा – 25:55:05 तक |
पक्ष- शुक्ल |
वार- शुक्रवार |
— सूर्योदय एवं चन्द्रोदय —
सूर्योदय – 6:16 AM |
सूर्यास्त – 6:34 PM |
चन्द्रोदय – Mar 31 1:24 PM |
चन्द्रास्त – Apr 01 3:39 AM |
अशुभ मुहूर्त- 31 March 2023 का पंचांग
राहुकाल | 10:52 AM to 12:26 PM |
गुलिक काल | 07:46 AM to 09:19 AM |
वर्ज्यम् | 07:59 AM to 09:46 AM |
यमगण्ड | 03:32 PM to 05:05 PM |
दुर्मुहूर्त | 08:42 AM to 09:32 AM 12:50 PM to 01:40 PM |
शुभ मुहूर्त- 31 March 2023 का पंचांग
ब्रह्ममुहूर्त | 04:40 AM to 05:27 AM |
अभिजित मुहूर्त | 12:01 PM to 12:50 PM |
गोधूलि मुहूर्त | 06:37 PM to 07:00 PM |
अमृत काल | 06:46 PM to 08:34 PM |
विजय मुहूर्त | 02:30 PM to 03:19 PM |
1 April 2023 का पंचांग देखें
विक्रम संवत – 2080, अनला |
शक सम्वत – 1945, शोभकृत |
पूर्णिमांत – चैत्र |
अमांत – चैत्र |
तिथि एकादशी – 28:22:43 तक |
नक्षत्र आश्लेषा – 28:49:27 तक |
करण वणिज – 15:13:30 तक |
करण विष्टि – 28:22:43 तक |
योग धृति – 26:43:48 तक |
पक्ष- शुक्ल |
वार- शनिवार |
— सूर्योदय एवं चन्द्रोदय —
सूर्योदय – 6:15 AM |
सूर्यास्त – 6:34 PM |
चन्द्रोदय – Apr 01 2:20 PM |
चन्द्रास्त – Apr 02 4:13 AM |
अशुभ मुहूर्त- 1 April 2023 का पंचांग
राहुकाल | 09:18 AM to 10:52 AM |
गुलिक काल | 06:12 AM to 07:45 AM |
वर्ज्यम् | 04:17 PM to 06:04 PM |
यमगण्ड | 01:59 PM to 03:32 PM |
दुर्मुहूर्त | 06:12 AM to 07:02 AM 07:02 AM to 07:51 AM |
शुभ मुहूर्त- 1 April 2023 का पंचांग
ब्रह्ममुहूर्त | 04:39 AM to 05:25 AM |
अभिजित मुहूर्त | 12:00 PM to 12:50 PM |
गोधूलि मुहूर्त | 06:38 PM to 07:01 PM |
अमृत काल | Apr 2 03:01 AM to 04:48 AM |
विजय मुहूर्त | 02:30 PM to 03:20 PM |
Aaj Ka Panchang- आज का पंचांग
पंचांग का मतलब है पांच अंग क्योंकि यह पांच अंगो से मिलकर बना हैं पंचांग में नक्षत्र, तिथि, योग, करण और वार पांच अंग होते हैं पंचांग तालिका की मद्त से ही कुंडली औऱ जीवन भविष्यवाणी करने में भी आवश्यकता होती हैं पंचांग को (Panchangm) पंचागम् भी कहते है।
किसी भी शुभ कार्य को करने के लिए शुभ मुहूर्त देखने के लिए पंचांग की मद्त ली जाती हैं पंचांग में पांच अंग होते है और तीन धारायें होती हैं जो इस प्रकार हैं- चंद्र, नक्षत्र और सूर्य आधारित धारायें होती हैं।
Aaj Ka Panchang में आपको हर दिन का पंचांग प्रदान किया जाता हैं औऱ इस पंचांग तालिका में आपको शुभ और अशुभ मुहूर्त के साथ सभी जानकारी प्रदान की जाती हैं पंचांग में आपको निम्नलिखित जानकारी मिलती हैं।
आज कौनसी तिथि है? | आज वार कौनसा है? |
चंद्रमा राशि-नक्षत्र में हैं? | चंद्रमा क्या प्रभाव हैं? |
सूर्योद्य का क्या समय है? | सूर्यास्त का क्या समय है? |
चंद्रोद्य कब हो रहा है? | कौनसा पक्ष चल रहा है? |
करण क्या है? | योग क्या बन रहे हैं? |
माह कौनसा चल रहा है? | सूर्य राशि क्या बन रही है? |
सूर्य किस नक्षत्र में हैं? | ऋतु कौनसी चल रही है? |
माह कौनसा है? | शुभसमय कब तक है? |
व्रत उपवास कब हैं | कौनसा पहर है? |
अशुभ-समय कब तक है? | अयन क्या है? |
तिथि
दिनांक व तारीख़ को ही तिथि कहा जाता हैं जब चन्द्र और सूर्य के अन्तरांशों के मान 12 अंशों का होता है उसे तिथि कहते हैं जबकि 180 अंश होने पर पूर्णिमा एवं 0 या 360 अंश के समय को अमावस कहा जाता है।
एक मास यानी महीनें में आमतौर पर 30 दिन होते हैं जिसमें दो पक्ष होते हैं कृष्ण पक्ष औऱ शुक्ल पक्ष! मास के 30 दिनों में 15 दिन कृष्ण पक्ष के होते है तथा 15 दिन शुक्ल पक्ष के होते है।
कृष्ण पक्ष की पहली तिथि को कृष्ण प्रतिपदा औऱ अंतिम तिथि आमवस्या कहते हैं और शुक्ल पक्ष की पहली तिथि शुक्ल प्रतिपदा और अंतिम तिथि पूर्णिमा कहते है। कृष्ण पक्ष औऱ शुक्ल पक्ष के नाम इस प्रकार हैं
शुक्ल पक्ष के नाम
1. प्रतिपदा | 2. द्वितीया | 3. तृतीया |
4. चतुर्थी | 5. पंचमी | 6. षष्ठी |
7. सप्तमी | 8. अष्टमी | 9. नवमी |
10. दशमी | 11. एकादशी | 12. द्वादशी |
13. त्रयोदशी | 14. चतुर्दशी | 15. पूर्णिमा |
कृष्ण पक्ष के नाम
1. प्रतिपदा | 2. द्वितीया | 3. तृतीया |
4. चतुर्थी | 5. पंचमी | 6. षष्ठी |
7. सप्तमी | 8. अष्टमी | 9. नवमी |
10. दशमी | 11. एकादशी | 12. द्वादशी |
13. त्रयोदशी | 14. चतुर्दशी | 15. अमावस्या |
वार
सूर्योदय औऱ सूर्योदय के समय को वार कहते है जिसे आम बोलचाल में दिन कहा जाता हैं एक सप्ताह में सात वार होते है जो इस प्रकार हैं
सोमवार | मंगलवार |
बुधवार | बृहस्पतिवार |
शुक्रवार | शनिवार |
रविवार |
नक्षत्र
तारों के समूह को नक्षत्र कहा जाता हैं और ज्योतिष शस्त्रों में इनकी सँख्या 27 होती है जो इस प्रकार है
1. अश्विनी | 2. भरणी |
3. कृतिका | 4. रोहिणी |
5. मृगशिरा | 6. आर्द्रा |
7. पुनर्वसु | 8. पुष्य |
9. अश्लेषा | 10. मघा |
11. पूर्वा फाल्गुनी | 12. उत्तरा फाल्गुनी |
13. हस्त | 14. चित्रा |
15. स्वाती | 16. विशाखा |
17. अनुराधा | 18. ज्येष्ठा |
19. मूल | 20. पूर्वाषाढ़ा |
21. उत्तराषाढा | 22. श्रवण |
23. धनिष्ठा | 24. शतभिषा |
25. पूर्वाभाद्रपद | 26. उत्तरभाद्रपद |
27. रेवती |
योग
हिन्दू ज्योतिषियों के अनुसार योग की संख्या 27 होती है जो इस प्रकार है
1. विष्कुम्भ | 2. प्रीति |
3. आयुष्मान | 4. सौभाग्य |
5. शोभन | 6. अतिगण्ड |
7. सुकर्मा | 8. धृति |
9. शूल | 10. गण्ड |
11. वृद्धि | 12. ध्रुव |
13. व्याघात | 14. हर्षण |
15. वज्र | 16. सिद्धि |
17. व्यातीपात | 18. वरीयान |
19. परिघ | 20. शिव |
21. सिद्ध | 22. साध्य |
23. शुभ | 24. शुक्ल |
25. ब्रह्म | 26. इन्द्र |
27. वैधृति |
करण
एक तिथि में दो करण होते हैं औऱ तिथि के आधे हिस्से जो करण कहा जाता हैं इसलिए एक माह में 30 तिथि होती है और प्रत्येक तिथि में दो करण होते हैं इसलिए एक माह में 60 करण होते हैं। करण को दो भाग होते हैं- चर करण और स्थिर करण जो इस प्रकार हैं
चर करण – बव, बालव, कौलव, तैतिल, गर, वणिज्य, विष्टी।
स्थिर करण – शकुनि, चतुष्पाद, नाग, किंस्तुघ्न।
Aaj Ka Panchang – पंचांग से सम्बंधित
सूर्योदय– सूर्य के निकलने के समय को सूर्योदय कहा जाता हैं औऱ पंचांग में आपको इसके समय की जानकारी प्रदान की जाती हैं।
सूर्यास्त- सूर्य के छिपने व अस्त होने को सूर्यास्त कहा जाता है औऱ पंचांग में आपको इसके समय की जानकारी प्रदान की जाती हैं औऱ सूर्योदय और सूर्यास्त का समय ज्योतिष में बहुत महत्व रखता है।
चंद्रोदय- चन्द्रमाँ के निकलने को चंद्रोदय कहा जाता है औऱ पंचांग में आपको इसके समय की जानकारी प्रदान की जाती हैं।
चन्द्रास्त- चन्द्रमाँ के छिपने व अस्त होने को चन्द्रास्त कहा जाता है औऱ पंचांग में आपको इसके समय की जानकारी प्रदान की जाती हैं औऱ चंद्रोदय और चन्द्रास्त का समय ज्योतिष में बहुत महत्व रखता है।
अमांत माह- हिंदू कैलेंडर के अनुसार जो चंद्र महीना अमावस्या के दिन समाप्त होता है उसे अमांत माह के नाम से जाना जाता है।
पूर्णिमांत माह- हिंदू कैलेंडर के अनुसार जब चंद्र महीना पूर्णिमा के दिन समाप्त होता है तो उसे पूर्णिमांत माह के नाम से जाना जाता है।
सूर्य राशि- राशिफल की गणना या अनुमान लगाने के लिए सूर्य राशि का उपयोग किया जाता है और ज्योतिष के अनुसार भविष्य को निर्धारित करने में सूर्य राशि एक अहम भूमिका निभाती है।
चंद्र राशि- राशिफल की गणना या अनुमान लगाने के लिए चन्द्र राशि का उपयोग में किया जाता है और ज्योतिष के अनुसार यह जातक के व्यवहार को निर्धारित करने में चन्द्र राशि एक अहम भूमिका निभाती है।
Aaj Ka Panchang- का महत्व
1. Aaj Ka Panchang की मद्त से आप प्रत्येक दिन के शुभ मुहूर्त और अशुभ समय का पता लगा सकते है।
2. Aaj Ka Panchang की तालिका में आपको शुभ समय कब है औऱ अशुभ समय कब है इसकी जानकारी दी जाती हैं।
3. Aaj Ka Panchang देखकर ही आपको अपने कार्य को करना चाहिए ताकि आपके जीवन मे कोई प्रभाव न पड़े।
4. अशुभ समय मे कार्य करने की बजाये उसे कुछ समय के लिए रोक देना चाहिए और Aaj Ka Panchang को यह जानकारी प्रदान करता हैं।
5. जैसे विशेष कार्यक्रम करने से पहले Aaj Ka Panchang देखा जाता है आप भी किसी विशेष कार्य करने से पहले Aaj Ka Panchang देख कर ही कार्य करें ताकि आपको सफलता प्राप्त हो।
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पंचांग हमारे जीवन मे बहुत महत्वपूर्ण हैं इसलिए आपको हर दिन का पंचांग देखना चाहिए और शुभ और अशुभ समय के अनुसार अपने आवश्यक औऱ महत्वपूर्ण कार्य करने चाहिए ताकि आपको जीवन मे बिना किसी समस्याओं के आगे बढ़ने में मद्त मिले।
पंचांग क्या हैं?
– पंचांग पांच अंगो से मिलकर बना हैं पंचांग में नक्षत्र, तिथि, योग, करण और वार पांच अंग होते हैं पंचांग तालिका की मद्त से ही कुंडली औऱ जीवन भविष्यवाणी करने में भी आवश्यकता होती हैं पंचांग को (Panchangm) पंचागम् भी कहते है।
आज का पंचाग क्या हैं?
– यहाँ आपकों हर दिन का पंचांग प्रदान किया जाता हैं औऱ इस पंचांग तालिका में आपको शुभ और अशुभ मुहूर्त के साथ सभी जानकारी प्रदान की जाती हैं आज का पंचांग क्या है ऊपर प्रदान किया गया है
कल का पंचाग क्या हैं?
– यहाँ आपकों आज का पंचांग के साथ-साथ कल का पंचांग में प्रदान किया गया हैं जिसे आप पहले ही शुभ व अशुभ समय के अनुसार अपने कार्य को करने का समय तय कर सकते हैं कल का पंचांग क्या है ऊपर प्रदान किया गया है।
पूर्णिमा क्या होती हैं?
हर वर्ष 12 माह होते हैं औऱ हर माह में 30 दिन जिसमें से एक पूर्णिमा औऱ अमावस्य होती हैं जिसका अर्थ है कि हर महीने एक पूर्णिमा होती है तथा शुक्ल पक्ष की अंतिम तिथि को पूर्णिमा कहते है औऱ पढें..
हमारे द्वारा दी गयी जानकारी के कई सोर्स हैं जिसका उद्देश्य आपको सटीक जानकारी प्रदान करना हैं इसलिए इसके लिए astrosage औऱ drikpanchang जैसे वेबसाइटों से मद्त ली गयी हैं उम्मीद है आपको हमारी जानकारी से मद्त मिलेंगी।
तो अगर आपको हमारा यह आर्टिकल किसी भी नज़र से महत्वपूर्ण लगता हैं तो कृपया इसे कम से कम केवल एक व्यक्ति के साथ जरूर शेयर करें ताकि उसके जीवन मे भी बुरा प्रभाव कम हो औऱ अपनी फैमिली और रिस्तेदारों में जरूर शेयर करें ताकि उन्हें भी Aaj Ka Panchang से पता लगे कि कौनसा समय शुभ है औऱ कौनसा अशुभ!!
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