GDP Full Form क्या है और जीडीपी से क्या होता है

full form GDP kya hai GDP Formula hindi

GDP शब्द आपको कई जगहों पर सुनने के लिए मिलता है जैसे न्यूज़ चैनलों और अखबारों में परन्तु यह सवाल आता है कि ये Full Form GDP क्या है औऱ किसी देश की तरक्क़ी में इसका क्या योगदान हैं साथ ही इसका इस्तेमाल क्यो और कैसे किया जाता है।

दरसल, GDP किसी भी देश की अर्थव्यवस्था को मापने का एक पैमाना हैं जिसे यह अनुमान लगा जाता हैं कि किसी देश मे विकास किसी गति से हो रहा हैं इसलिए किसी भी देश की जीडीपी का अच्छा होना उस देश की मजबूत अर्थव्यवस्था को दर्शाता हैं।

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जब भारत मे हर तीन महीने बाद GDP की गणना की जाती हैं तो न्यूज़ चैनल पर बहुत डिबेट की जाती हैं क्योंकि जीडीपी किसी भी देश की तरक़्क़ी किस दर से हो रही हैं जिसका अनुमान बताती हैं जिसे आम आदमी आसानी से समझ नही पता कि आखिर GDP किसे कहते हैं।

इसलिए आज के इस लेख में हम यह जानेंगे कि GDP Full Form क्या है और जीडीपी कितने प्रकार की होती है साथ ही जीडीपी को कैसे मापा जाता है इत्यादि तो अगर आप जीडीपी के बारे में विस्तार से और कम्पलीट नॉलेज प्राप्त करना चाहते है तो आप लोग इस आर्टिकल को एक बार पूरा जरूर पढ़ें।

GDP की शरुवात कैसे औऱ कब हुई

1930 के दशक में द्वितीय विश्वयुद्ध खत्म हो चुका था और पूरी दुनिया आर्थिक मंदी से जूझ रही थी और लगभग 10 वर्ष के बाद पूरी दुनिया इस आर्थिक मंदी से बाहर निकल सकी उसके पश्चात देश के आर्थिक विकास का पता लगाने के लिए ऐसे तरीके के बारे में खोज शरू हुई जिसे देश के आर्थिक विकास का पता लगा जा सकें।

चूँकि उस समय देश की आर्थिक विकास दर के मापने के कोई तरीक़ा नहीं था इसलिए उस समय देश की बैंकिंग कंपनिया आगे आयी जिसमें फाइनेंसियल इंस्टिट्यूडस और बैंक शामिल थे उन्होंने देश को भरोसा दिलाया कि वह देश के आर्थिक विकास का हिसाब रखेगी और उसे देश के सामने पेश करेगी।

इस तरह देश के आर्थिक विकास मापने का काम बैंकों के हाथों में सोप दिया गया लेक़िन देश के आर्थिक विकास के मापन का कोई स्थायी तरीक़ा नहीं होने के कारण यह व्यवस्था भी देश के आर्थिक विकास का सही आंकलन नहीं कर पाई और इस व्यवस्था में कई खामियां थी।

फिऱ सन 1935-44 के दौरान अमेरिका में सबसे पहले इस शब्द GDP का इस्तेमाल किया गया जिसे अमेरिका के अर्थशात्री साइमन ने अपने देश अमेरिका से रूबरू कराया जिसको अमेरिकी कांग्रेस में प्रस्तुत किया गया औऱ पहली बार GDP का विचार पेेश किया।

1944 में ब्रेटन बुड्स सम्मेलन के बाद विश्व बैंक और अंतराष्ट्रीय मुद्रा कोष के द्वारा अर्थव्यवस्था और इसकी सालाना बढ़ोतरी का पता लगाने के लिए जीडीपी इस्तेमाल किया जाने लगा जिसके बाद यह काफ़ी विख्यात हुए और इस तरह फिऱ देश के आर्थिक विकास को मापने का पैमान GDP बन गया।

GDP Full form क्या हैं

GDP Full form यानी जीडीपी का पूरा नाम “Gross Domestic Product” हैं जिसे हिंदी भाषा मे सकल घरेलू उत्पाद के नाम से जाना जाता है औऱ भारत मे हर तीन महीने बाद GDP की गणना की जाती हैं जिसे देश की तरक़्क़ी का विश्लेषण किया जाता है।

जीडीपी क्या है पूरी जानकारी

GDP किसी भी देश के आर्थिक विकास का आंकलन करने का एक जरिया हैं जिसे किसी देश की आर्थिक विकास दर औऱ तरक़्क़ी की रफ़्तार का पता लगाया जाता हैं यह एक बुनियादी तरीका है जिसे देश के आर्थिक विकास को माप जाता है मतलब अगर GDP बढ़ रही है तो इसका मतलब है कि देश का आर्थिक विकास भी बढ़ रहा है।

विकिपीडिया के अनुसार जीडीपी या सकल घरेलू उत्पाद अर्थव्यवस्था के आर्थिक प्रदर्शन का एक बुनियादी माप हैं जिसमें एक वर्ष में एक राष्ट्र की सीमा के भीतर सभी अंतिम माल और सेवाओं का बाज़ार मूल्य होता है।

सरल शब्दों में एक वर्ष के अंदर एक देश मे उसकी सीमा के अंदर जितनी वस्तुओं या सेवाओं का उत्पादन किया जाता हैं उसका कुल मूल्य ही जीडीपी या सकल घरेलू उत्पादन कहलाता है हम आपको एक उदाहरण के तौर पर समझाते हैं

मान लीजिए 2019 में हमारे देश में कुल मिलाकर 10 बोरी चावल का उत्पादन हुआ और एक बोरी चावल की कीमत 500 रुपये है तो 2019 में हमारे देश की जीडीपी 10×500= 5000 होगी। अब आप लोग यह कहेंगे कि यह भी तो हो सकता है कि इन 10 बोरी चावलों में से 5 बोरी सरकार उगाये, 3 बोरी कोई प्राइवेट कंपनी उगाये और 2 बोरी कोई विदेशी कंपनी उगाये। तो ऐसे में हम किसको-किसको जोड़े और किसको छोड़ दे।

तो हमे इस बात से कोई मतलब नहीं है कि उत्पादन कौन कर रहा है हमने जैसे कि पहले ही कहा जो भी हमारे भारत देश के सीमा के अंदर बना है या फिर उत्पादित हुआ है चाहे वो गवर्नमेंट ने किया, चाहे प्राइवेट कंपनी ने या फिर किसी विदेशी कंपनी ने उसका कुुल मूल्य हमारे देश की जीडीपी(GDP) कहलाता है।

यह तो हुआ जीडीपी को समझने का एक बहुत ही सिंपल तरीका लेकिन हमारे देश मे सिर्फ यह दस बोरी चावल ही नही उत्पादित हो रहा है बल्कि ऐसी अनगिनत चीजे है जो हमारे देश में बन रही है और जैसा कि हमने पहले ही बताया चीजो के अलावा सेवा क्षेत्रों को भी हमे जोड़ना है तो इतना जटिल हिसाब करना कैसे संभव है इसी समस्या का समाधान ढूंढते हुए हमारे अर्थशास्त्रियों ने 3 क्षेत्र बनाये है।

जीडीपी(GDP) के तीन प्रमुख घटक

प्राथमिक घटक – इसके अंदर कृषि क्षेत्र से जुड़ी हुई चीजों का मूल्य निकाला जाता है।

द्वितीयक घटक – इसके अंदर उद्योग क्षेत्र से जुड़ी हुई चीजों का मूल्य निकाला जाता है।

तृतीयक घटक – इसके अंदर सेवा क्षेत्र से जुड़ी हुई चीजों का मूल्य निकाला जाता है।

अब अंत मे इन तीनो घटकों के मूल्यों को जोड़ दिया जाता हैं और इन तीनों का मूल्य जीडीपी कहलाता हैं लेकिन मंहगाई घटी-बढ़ती रहती हैं इसलिए वस्तओं और सेवाओं के मूल्य में भी बदलाव आते हैं इसीलिए जीडीपी(GDP) को 2 भागो में बांट गया है।

कॉस्टेन्ट प्राइज जीडीपी – क्योंकि समय के साथ-साथ मंहगाई घटी-बढ़ती रहती हैं इसलिए CSO(Central Statistics Office) यानी केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा भारत मे उत्पादन व सेवा के मूल्यांकन के लिए एक बेस ईयर निर्धारित करता है जिसके आधार पर उत्पादन व सेवाओं की वृद्धि दर तय की जाती है जिसे Constant Prize GDP कहते है।

करेंट प्राइज जीडीपी – यह जीडीपी दूसरा पैमाना है जिसमें जीडीपी के उत्पादन मूल्य के साथ उस वर्ष की महंगाई दर को भी शामिल किया जाता है जिसे Current Prize GDP कहते है।

GDP FORMULA क्या हैं औऱ कैसे मापी जाती है।

जीडीपी को मापने के लिए एक फ़ॉर्मूल बनाया गया जिसके इस्तेमाल से आप आसानी से देश का आर्थिक विकास का पता लगा सकते हैं जो इस प्रकार है।

GDP = C + I + G+ (X – M)

C: Consumption(उपभोग) 

यहाँ C का मतलब है Consumption जिसे हिंदी में उपभोग कहते हैं यानी कि देश के लोगों के व्यक्तिगत घरेलू व्यय जैसे भोजन, किराया, चिकित्सा व्यय और इस तरह के घरेलू व्यय को इसके अंदर शामिल किया जाता है परंतु नया घर इसमें शामिल नहीं हैं।

I: Investment(कुल निवेश)

यहाँ I का मतलब हैं Investment जिसे हिंदी में कुल निवेश कहते है देश के घरेलू सीमाओं के अंदर माल और सेवाओं पर सभी संस्थानों द्वारा किये गए कुल खर्च को ही कुल निवेश कहा जाता है।

G: Government Spending(सरकारी खर्च)

यहाँ G का मतलब हैं Government Spending जिसे हिंदी में सरकारी खर्च कहते है जिसमें सरकार द्वारा किये गए सभी प्रकार के खर्च शामिल होते है जैसे – सरकार द्वारा किया गया निवेश, सभी प्रकार के सरकारी कर्मचारियों का वेतन, हथियार वगेरा खरीदना इत्यादि।

X: Export(निर्यात)

यहाँ X का मतलब हैं Export जिसे हिंदी में निर्यात कहते है इसमें देश मे उत्पादन को किसी दूसरे देश के उपभोग के लिए माल और सेवाओं तैयार किया जाता हैं जिसे जीडीपी(GDP) में शामिल किया जाता है।

M: Import(आयात)

यहाँ M का मतलब हैं Import जिसे हिंदी में आयात कहते है आयात से हम उन वस्तुओं और सेवाओं को ऱखते है जिसका उत्पादन हमारे देश की सीमारेखा के अंदर नहीं किया गया है औऱ जीडीपी निकालते समय हम आयात को घटा देते है।

GDP Formula And Calculate Formula

जीडीपी(GDP)=उपभोग(Consumption)+कुलनिवेश(Investment)+सरकारीखर्च(Gover. Spending)+{निर्यात(Export)-आयात(Import)}

जीडीपी के प्रकार- Type Of GDP

1. वास्तविक जीडीपी(GDP)

वास्तविक जीडीपी में एक आधार वर्ष में कीमतों के मूल्य फिक्स रखकर जीडीपी की गणना की जाती हैं। इस जीडीपी में मूल्य में कोई बदलाव नही किया जाता। वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद को स्थिर मूल्य पर सकल घरेलू उत्पाद की गणना के रूप में भी जाना जाता है हम आपको बता दे कि वर्तमान में भारत का आधारवर्ष 2011-12 है लेकिन CSO (केंद्रीय सांख्यिकी संगठन) इस आधारवर्ष को बदलकर 2017-18 करने पर विचार कर रहा है।

2. नाममात्र जीडीपी(GDP)

नाममात्र जीडीपी वह जीडीपी होती है जिसमे वर्तमान बाजार की कीमतों के आधार पर जीडीपी की गणना की जाती है ना कि केंद्रीय सांख्यिकी संगठन द्वार तय की गई निर्धारित कीमत के आधार पर अगर बात करे आर्थिक विकास की तो नाममात्र जीडीपी की तुलना में वास्तविक जीडीपी देश के आर्थिक विकास को सही प्रदर्शित करती है।

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दुनिया के टॉप 5 जीडीपी देश की लिस्ट

2020 भारत की प्रगति का वर्ष बना जब भारत ने यूके (UK) और फ्रांस को पछाड़कर सातवें पायदान से आगे बढ़कर पांचवा पायदान हासिल कर लिया है और यह भारतवासियों के लिए वाकई एक खुशी की बात है तो चलिए अब जानते है कि वह कौनसे देश है जिनकी जीडीपी दुनिया मे सबसे ज्यादा हैं और टॉप पर कौन है।

1. यूनाइटेड स्टेट्स(United States)

अमेरिकी अर्थव्यवस्था 1981 से ही जीडीपी के मामले में दुनिया में पहले स्थान पर बनी हुई है औऱ दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हैं जिसका अनुमान आप ऐसे लगा सकते है कि दुनिया की अर्थव्यवस्था में लगभग एक चौथी हिस्सा केवल अमेरिका की जीडीपी का है। 2018 में अमेरिका की GDP 20.58 ट्रिलियन डॉलर थी औऱ 2020 में अमेरिका की GDP 22.32 ट्रिलियन डॉलर तक जाने का अनुमान लगाया जा रहा है।

2. चीन(China)

1980 में चीन दुनिया की सातवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था थी लेकिन आज वर्तमान में चीन दुनिया की सबसे बड़ी दूसरी अर्थव्यवस्था हैं जो तेजी से आगे बढ़ रही है क्योंकि चीन दुनिया के अधिकतर देशों में निर्यात करता हैं 2018 के अनुसार चीन की जीडीपी 13.37 ट्रिलियन डॉलर थीं।

3. जापान(Japan)

जापान दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हैं जो 5 ट्रिलियन डॉलर का आंकड़ा पार कर चुकी है जापान भी प्राकृतिक संसाधनों का धनी देश है इसकी जीडीपी में सेवा क्षेत्र का 70.9% उद्योग क्षेत्र का 29.7% और कृषि क्षेत्र का 1% योगदान है। 2019 में जापान की जीडीपी 5.15 ट्रिलियन डॉलर थीं।

4. जर्मनी(Germany)

जर्मनी दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हैं और यूरोप भर में यह सबसी शक्तिशाली अर्थव्यवस्था है। जर्मनी लोहा, स्टील, कोयला, मशनरी टूल्स, रसायन, ऑटोमोबाइल्स के उत्पादन में बहुत आगे है। 2019 के अनुसार इसकी जीडीपी 3.86 ट्रिलियन डॉलर थीं।

5. भारत(India)

भारत की अर्थव्यवस्था विश्व की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने भारत की जीडीपी को 5 ट्रिलियन तक पंहुचाने की बात कही है कृषि, दुग्ध उत्पादन, पशुपालन इंडिया में प्रचुर मात्रा में होता है साथ ही यह कपड़ा, रसायन, इस्पात और खनन के सबसे बड़े उत्पादक देशों में से एक है भारत जीडीपी(GDP) के लिए 16.8% कृषि पर और 28.9 % उद्योग पर निर्भर है 2019 में भारत की जीडीपी 2.94 ट्रिलियन डॉलर थीं।

GDP और GNP में अंतर

जब जीडीपी(GDP) की बात करते है तो एक औऱ शब्द जीएनपी(GNP) सुने को मिलता है जिसे बहुत सारे लोगो जीडीपी और जीएनपी को लेकर कंफ्यूज हो जाते है।

जीडीपी सकल घरेलू उत्पाद होता है जबकी जीएनपी सकल राष्ट्रीय उत्पाद होता है। सरल भाषा में कहे तो जीडीपी को इस बात से कोई मतलब नही है कि उत्पादन कौन कर रहा है क्योंकि जीडीपी तो बस यह देखता है कि उत्पादन देश की सीमा के भीतर हो रहा है या नही लेकिन जीएनपी यह सुनिश्चित करता है कि उत्पादन देश के नागरिको द्वारा ही हो।

यह हमनें इसलिए बताया क्योंकि जीएनपी के बारे में जाने बिना जीडीपी के के बारे में हमारी जानकारी अधूरी रह जाती है इसलिए हमनें बहुत सरल भाषा में जीडीपी और जीएनपी के कॉन्सेप्ट को क्लियर करने का प्रयास किया है।

तो दोस्तों हम उम्मीद करते है की अब आप लोगो को जीडीपी(GDP) क्या है और GDP Full Form व टॉप जीडीपी देश कौन है इसके बारे सारी जानकारी मिल गयी होगी साथ ही साथ जीएनपी के बारे में भी आपको जाने को मिला होगा।

चूँकि हम भारत के एक जिम्मेदार नागरिक है औऱ किसी भी देश की तरक़्क़ी उस देश के लोगों का दायित्व होता है इसलिए हमारे लिए यह जानना कि जीडीपी के मामले में भारत की वर्तमान क्या स्थिति क्या है औऱ पिछले समय में स्थिति कैसी थी और आने वाले समय में क्या उम्मीद है ज़रूरी होता है।

इसलिए अगर आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आता है तो इसे अपने देश के हर नागरिक को शेयर करें ताकी वह भी अपने देश की तरक़्क़ी के प्रति जागरूक रहे हैं अपने देश को विश्व मे सबसे आगे ले जाने के लिए काम करें।

हम आपको बता दे कि यह जानकारी हमारे अध्ययन पर आधरित हैं इसलिए अगर आपको कोई त्रुटि मिलती हैं तो आप हमें कमेंट बॉक्स के माध्यम से जरूर बातये ताकि हम औऱ सटीक जानकारी आप लोगों तक पहुँच सकें।