26 January जिसे इंग्लिश में Republic Day कहा जाता हैं औऱ हिंदी भाषा मे गणतंत्र दिवस(Gantantra Diwas) के नाम से जानना जाता हैं यह भारतवर्ष का महत्वपूर्ण दिन हैं इसलिए 26 January यानी गणतंत्र दिवस को राष्ट्रीय पर्व का दर्जा प्राप्त हैं।
गणतंत्र दिवस को पूरे भारतवर्ष में बढ़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है क्योंकि यह दिन किसी एक धर्म का पर्व नही हैं अपितु यह भारत का राष्ट्रीय पर्व हैं जो भारत मे सभी धर्मों को जोड़कर रखता हैं औऱ देश के प्रति देशभक्ति की भावना को बढ़ाता हैं।
गणतंत्र दिवस के अवसर पर सरकारी संस्थानों में झण्डा लहराया जाता हैं और साथ ही राष्ट्रगान जन-गन-मन का गीत गाया जाता है वहीं स्कूल औऱ कॉलेज में Republic Day पर प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता हैं जिसमें 26 January Speech, 26 January Bhashan, 26 January Nibandh, Republic Day Speech, देशाक्ति गीत, चित्रकला एवं अन्य प्रतियोगिताओं के साथ ही देश के वीर सपूतों को याद किया जाता है।
Republic Day यानी गणतंत्र दिवस पर गाँव से लेकर शहर तक, स्कूल से लेकर कॉलेज तक, बच्चों से लेकर बूड़ो तक सभी 26 January पर तरह-तरह के तरीकों द्वारा इस दिन को मनाया किया जाता है।
भारत ने अपना पहला गणतंत्र दिवस 1950 में मनाया था औऱ 26 January 2020 को भारतवर्ष अपना 71वाँ गणतंत्र दिवस मनायेगा। हर साल Republic Day को भारत की राजधानी दिल्ली के राजपथ पर मनाया जाता है और राष्ट्रपति को 21 तोपों की सलामी दी जाती है।
आज हम आपको गणतंत्र दिवस का इतिहास, गणतंत्र दिवस कब, कैसे, और क्यो मनाया जाता हैं और साथ ही गणतंत्र दिवस पर निबंध और भाषण प्रदान करने वाले हैं जिनका इस्तेमाल आप अपने स्कूलों में कर सकते है।
गणतंत्र दिवस क्या है -Republic Day Hindi
अंग्रेजी सम्राज्य के दौरान 1929 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का अधिवेशन हुआ जिसकी अध्यक्षता उस समय पंडित जवाहरलाल नेहरू ने की थी जिसके बाद यह घोषणा की गईं थीं की अगर अंग्रेजी सरकार द्वारा 26 January 1930 तक भारत को डोमीनियन पद प्रदान नहीं करता है तो भारत स्वंय अपने आपको स्वतंत्र घोषित कर देगा।
लेक़िन अंग्रेजी सरकार द्वारा इसे अनदेखा कर दिया गया और इसका कोई जवाब नही दिया गया तब कांग्रेस ने 26 January 1930 को भारत की पूर्ण स्वतंत्रता के निश्चय की घोषणा की और फ़िर अपने आंदोलन को सक्रिय रूप से शुरू किया जिसके बाद भारत ने 26 January को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाना शरू किया।
यह सिलसिला भारत के आज़ाद होने तक चलता रहा और जब भारत 15 अगस्त को आज़ाद हुआ तो इसे स्वतंत्रता दिवस के रूप में स्वीकार किया गया इसलिए 26 January के दिन को ख़ास बनायें ऱखने के लिए हमारे सविधान को 26 Jaunary 1950 को लागू किया गया जिसके बाद 26 January को Republic Day यानी गणतंत्र दिवस के रुप में मनाया जानने लगा।
गणतंत्र दिवस कब और क्यों मनाया जाता है
भारत के आज़ाद होने से पहले भारत पर अंग्रेजी सम्राज्य की हकूमत थीं औऱ अंग्रेजों के अनुसार ही कानून व्यवस्था काम करती थी लेक़िन जब भारत आज़ाद हुआ तो तब भी अंग्रेजों द्वारा बनाया गया सविधान लागू था।
इसलिए भारत के कुछ विद्वानों ने देश की प्रगति के लिए भारत का अपना सविधान बनानें का निर्णय किया गया और फ़िर भारत का सविधान को 26 नवंबर 1949 को सविधान बनकर तैयार हो चुका था 26 January 1950 को हमारा सविधान लागू किया गया था जिसके बाद हर वर्ष 26 जनवरी को Republic Day यानी गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता हैं।
हमारे देश में 26 Janaury को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता हैं क्योंकि इस दिन हमारे देश का संविधान लागु किया गया था और देश में एक नई कानून प्रणाली की व्यवस्था की शरुवात हुई थीं औऱ दिल्ली के राजपथ पर गणतंत्र दिवस की पहली परेड 1955 में हुई थी।
गणतंत्र दिवस का इतिहास – Republic Day History
प.जवाहर लाल नेहरू ने कांग्रेस समिति के अध्यक्ष के तौर पर 1929 में लाहौर में एक प्रस्ताव पारित किया था जिसमें भारत ने डोमिनियन दर्जा की मांग की गई थी परन्तु अंग्रजी सरकार की ओर से कोई जवाब नही दिया गया उसके बाद 26 January 1930 में भारत स्वंय को पूर्ण रूप से स्वतंत्र घोषित कर लिया और प.जवाहर लाल नेहरू ने लाहौर में स्थित रवि-नदी पर तिरंगा को फेहराया तब से लेकर 1947 में देश आज़ाद होने तक 26 जनवरी को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाने लगा।
भारत की आज़ादी के बाद संविधान का गठन करने के लिए जवाहरलाल नेहरू, मौलाना अब्दुल कलाम, सरदार वल्ल्भ भाई पटेल इस सभा के सदस्य के रूप में मनोनीत किये गये जिसमे डॉ.राजेंद्र प्रसाद को इसका सभापति चुना गया तथा डॉ.बी.आर.आंबेडकर को प्रारूप समिति के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया।
4 Janaury 1948 को भारत का संविधान चर्चा में आया तकरीबन 32 दिनों तक चर्चा चली और इस ऐतिहासिक अवधि के दौरान 7,635 संशोधन प्रस्ताव के रूप में रखे गए जिसमे से केवल 2,473 प्रस्तावों पर विस्तार से चर्चा हुई। 2 साल 11 महीने 18 दिन तक ये ऐतिहासिक बहस हुई तथा इस सभा के पश्चात् संविधान को अंतिम रूप प्रदान किया गया।
26 नवम्बर 1949 तक संविधान तैयार हो चूका था इस दिन को संविधान दिवस के नाम से घोषित किया गया लेक़िन सविधान लागू करने के लिए 26 January 1950 का दिन चुना गया और इसके लिए दो महीने का इंतजार किया गया औऱ फिर सविधान को 26 जनवरी को लागु किया गया और 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाने लगा।
भारत में सर्प्रथम संविधान को 26 नवंबर 1949 को एक स्वतंत्र गणराज्य के रूप में स्वीकार किया गया और 26 जनवरी 1950 को इसे लोकतान्त्रिक सरकारी प्रणाली के साथ लागु किया गया। डॉ.राजेंद्र प्रसाद को इसका सभापति चुना गया था औऱ प्रारूप समिति के अध्यक्ष डॉ.भीमराव अम्बेडकर थे जिन्होंने संविधान को 2 साल 11 महीने 18 दिन में पूर्ण किया था।
गणतंत्र दिवस कैसे मनाया जाता है और इसका महत्व
गणतंत्र दिवस एक राष्ट्रीय पर्व है इसलिए पुरे देश में बड़े ही हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता हैं 26 January के अवसर पर दिल्ली में राष्ट्रपति को 21 तोपों की सलामी के साथ राष्ट्रध्वज फेहराया जाता हैं। 26 जनवरी यानी आज के दिन एक भव्य परेड का आयोजन किया जाता हैं जो इंडिया गेट से राष्ट्रपति भवन तक होकर जाती हैं जिसमे देश की सांस्कृतिक विरासत और सैन्य शक्ति को दर्शाया जाता है।
गणतंत्र दिवस का कार्यक्रम तीन दिनों तक चलता हैं जिसमे कई प्रकार के कार्यक्रम और ड्रील आयोजित की जाती हैं 26 January कार्यक्रम के मुख्या अतिथि भारत के राष्ट्रपति होते है वह बग्घी में बैठकर कार्यक्रम स्थल पर पहुंचते हैं। राष्ट्रपति के आगमन के पश्चात् राष्ट्रध्वज फेहराया जाता हैं और राष्ट्रगान गाया जाता हैं इस कार्यक्रम के दौरान सेना का बेंड, पाइप और ड्रम बेंड, बिगुलवादक और बासुरीवादक अपनी-अपनी कला का प्रदर्शन करते है “बीटिंग द रिट्रीट” सेरेमनी के साथ इसका समापन किया जाता हैं।
गणतंत्र दिवस समारोह में विदेशी अतिथि को आमंत्रित किया जाता हैं और देश के अलग-अलग विद्यालयों से बच्चे आते हैं परेड शरू होने के बाद प्रधानमंत्री द्वारा इंडिया गेट पर स्थित अमर जवान ज्योति पर पुष्प माला अर्पित की जाती हैं और शहीद सेनिको जिन्होंने देश के लिए अपने प्राणो की आहुति दी हैं उनकी स्मृति में दो मिनिट का मौन रखा जाता हैं इसके बाद प्रधानमंत्री राजपथ पर स्थित मंच पर राष्ट्रपति मुख्य अतिथि के साथ आते हैं औऱ फ़िर 21 तोपों की सलामी दी जाती हैं और राष्ट्रिय ध्वज फेहराया जाता हैं साथ ही राष्ट्रगान गाया जाता है।
इस समाहरो में देश के विभिन्न राज्यों से विभिन्न प्रतिभाओं के लोग औऱ स्कूली बच्चे भाग लेते हैं औऱ तरह-तरह की प्रदर्शनी की जाती हैं जिसमें देश के हर राज्य के लोगो की विशेषताएं व लोकगीत, कला आदि प्रस्तुत किये जाते हैं और इसके पश्चात् वीरता पुरस्कार जैसे अशोक चक्र, परमवीर चक्र, शौर्यता पुरस्कार आदि दिए जाते हैं।
यह परेड राष्ट्रपति का अभिवादन करते हुए निकलती हैं और इसके बाद टेंक, मिसाइल, और सेना के अन्य उपकरण प्रदर्शित किये जाते हैं इसके बाद सेनिको, पुलिस, होम गार्ड, कैडेट कोर की अलग-अलग टुकड़ी के द्वारा मार्च पास्ट किया जाता हैं और रंगारंग परेड होती हैं तथा राष्ट्रपति द्वारा सलामी ली जाती हैं।
गणतंत्र दिवस का समापन वायु सेना के लड़ाकू विमानों द्वारा उड़ान भरकर तथा मोटर साइकल सवार द्वारा प्रतिभा का प्रदर्शन करके किया जाता हैं यह परेड और जुलुस राष्ट्रिय टेलीविज़न पर हर साल प्रसारित होता हैं और देश भर के करोडो लोगो द्वारा देखा जाता है।
वर्ष | मुख्य अतिथि | देश |
2020 | राष्ट्रपति जेयर बोल्सोनारो | ब्राज़ील |
2019 | सिरिल रामाफोसा | दक्षिण अफ्रीका |
2018 | सभी दस आसियान देशों के प्रमुख | ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमार, फिलीपींस, सिंगापुर, थाइलैंड और वियतनाम |
2017 | क्राउन प्रिंस, शेख मोहमद बिन ज़ायेद अल नाह्यान | अबु धाबी |
2016 | राष्ट्रपति, फ्रांस्वा ओलांद | फ्राँस |
2015 | राष्ट्रपति, बराक ओबामा | यूएसए |
2014 | प्रधानमंत्री, शिंजों आबे | जापान |
2013 | राजा, जिग्मे केसर नामग्याल वाँगचुक | भूटान |
2012 | प्रधानमंत्री, यिंगलुक शिनवात्रा | थाईलैंड |
2011 | राष्ट्रपति, सुसीलो बमबंग युद्धोयुनो | इंडोनेशिया |
2010 | राष्ट्रपति, ली म्यूंग बक | कोरिया गणराज्य |
2009 | राष्ट्रपति, नूरसुलतान नजरबयेव | कज़ाकिस्तान |
2008 | राष्ट्रपति, निकोलस सरकोजी | फ्रांस |
2007 | राष्ट्रपति, व्लादिमीर पुतिन | रुस |
2006 | राजा, अब्दुल्ला बिन अब्दुल्लाजिज़ अल-सऊद | सऊदी अरेबिया |
2005 | राजा, जिग्मे सिंघे वाँगचुक | भूटान |
2004 | राष्ट्पति, लूइज़ इनैसियो लूला दा सिल्वा | ब्राजील |
2003 | राष्ट्पति, मोहम्मदम खतामी | इरान |
2002 | राष्ट्पति, कसाम उतीम | मॉरीशस |
2001 | राष्ट्पति, अब्देलाज़िज बुटेफ्लिका | अलजीरीया |
2000 | राष्ट्पति, ओलूसेगुन ओबाझाँजो | नाइजीरिया |
1999 | राजा बिरेन्द्र बीर बिक्रम शाह देव | नेपाल |
1998 | राष्ट्रपति, जैक्स चिराक | फ्रांस |
1997 | प्रधानमंत्री, बासदियो पांडेय | त्रिनीनाद और टोबैगो |
1996 | राष्ट्रपति, डॉ फरनॉनडो हेनरिक कारडोसो | ब्राजील |
1995 | राष्ट्रपति, नेल्सन मंडेला | दक्षिण अफ्रिका |
1994 | प्रधानमंत्री, गोह चोक टोंग | सिंगापुर |
1993 | प्रधानमंत्री, जॉन मेजर | यूके |
1992 | राष्ट्रपति, मारियो सोर्स | पुर्तगाल |
1991 | राष्ट्रपति, मौमून अब्दुल गयूम | मालदीव |
1990 | प्रधानमंत्री, अनिरुद्ध जुगनौत | मॉरीशस |
1989 | गुयेन वैन लिंह | वियतनाम |
1988 | राष्ट्रपति, जुनियस जयवर्द्धने | श्रीलंका |
1987 | राष्ट्रपति, ऐलेन गार्सिया | पेरु |
1986 | प्रधानमंत्री, एँड्रियास पपनड्रीयु | ग्रीस |
1985 | राष्ट्रपति, रॉल अलफोन्सिन | अर्जेन्टीना |
1984 | राजा जिग्मे सिंघे वाँगचुक | भूटान |
1983 | राष्ट्रपति, सेहु शगारी | नाइजीरिया |
1982 | राजा, जॉन कार्लोस प्रथम | स्पेन |
1981 | राष्ट्रपति, जोस लोपेज़ पोरेटील्लो | मेक्सिको |
1980 | राष्ट्रपति, वलेरी गिस्कार्ड द इस्टेइंग | फ्रांस |
1979 | प्रधानमंत्री, मलकोल्म फ्रेज़र | ऑस्ट्रेलिया |
1978 | राष्ट्रपति, पैट्रीक हिलेरी | ऑयरलौंड |
1977 | प्रथम सचिव, एडवर्ड गिरेक | पौलैण्ड |
1976 | प्रधानमंत्री, जैक्स चिराक | फ्रांस |
1975 | राष्ट्रपति, केनेथ कौंडा | जांबिया |
1974 | राष्ट्रपति, जोसिप ब्रौज टीटो | यूगोस्लाविया |
प्रधानमंत्री, सिरीमावो रतवत्ते दियास बंदरनायके | श्रीलंका | |
1973 | राष्ट्रपति, मोबुतु सेस सीको | जैरे |
1972 | प्रधानमंत्री, सीवुसागर रामगुलाम | मॉरीशस |
1971 | राष्ट्रपति, जुलियस नीयरेरे | तंजानिया |
1969 | प्रधानमंत्री, टोडर ज़िकोव | बुल्गारिया |
1968 | प्रधानमंत्री, एलेक्सी कोज़ीगिन | सोवियत यूनियन |
राष्ट्रपति, जोसिप ब्रोज टीटो | यूगोस्लाविया | |
1965 | खाद्य एवं कृषि मंत्री, राना अब्दुल हामिद | पाकिस्तान |
1963 | राजा, नोरोदम शिनौक | कंबोडिया |
1961 | रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय | यूके |
1960 | राष्ट्रपति, क्लिमेंट वोरोशिलोव | सोवियत संघ |
1958 | मार्शल यि जियानयिंग | चीन |
1955 | गर्वनर जनरल, मलिक गुलाम मोहम्मद | पाकिस्तान |
1954 | राजा, जिग्मे दोरजी वाँगचुक | भूटान |
1950 | राष्ट्रपति, सुकर्नों | इंडोनेशिया |
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26 January Republic Day Speech essay 250 Word Hindi
आदरणीय शिक्षकगण, माननीय मुख्य अतिथी और मेरे प्यारे सहपाठियों सबसे पहले आप सभी को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभ कामनाएँ।
आज हम सब यहाँ गणतन्त्र दिवस के उपलक्ष्य में उपस्थित हुए है आज का दिन हमारे लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है क्योंकि आज 26 January1950 में हमारे देश का संविधान लागू हुआ था अर्थात आज के दिन हमारे देश में एक नई कानून व्यवस्था लागू की गई थी गणतंत्र का अर्थ है जहाँ जनता द्वारा एक सीमा में रहकर एक नियन्त्रित प्रणाली को एक साथ मिलकर चलाया जाता है तथा उन्हें न्याय और बराबरी का अधिकार दिया जाता है।
आप तो जानते ही है कि 15 अगस्त 1947 को हमारे देश को आज़ादी मिली थी औऱ हमारे देश को यह आज़ादी दिलाने के लिए हमारे देश के वीर सपूतों ने अपने प्राणों का बलिदान दिया है लेकिन क्या हमने उनके बलिदानो का कर्ज चुकाया है!! नही और न ही कभी चुका पाएंगे ज़रा सोचिए क्या ये वही भारत है जिसका हमारे वीरो ने सपना देखा था!
आज हमारे देश मे आतंकवाद, भ्रष्टाचार, बलात्कार, गरीबी और बेरोजगारी जैसे-जैसे विषैले कृत्य विद्यमान है परंतु हम हमेशा इसका सारा दोष केवल सरकार को ही देते है क्या हमारा अपने देश के प्रति कोई कर्तव्य नही है! हमे अपने अधिकारों के साथ-साथ अपने कर्तव्यों को भी समझना होगा तभी हमारा देश सही अर्थों में आज़ाद देश कहलायेगा।
आज हम गणतंत्र दिवस के पावन अवसर पर ये संदेश देंना चाहती/चाहता हूँ की हम सब को साथ मिलकर ये जंग लड़नी है क्योंकि जनता द्वारा राज और जनता द्वारा शासन इस कथन को सिद्ध करना हमारी ही ज़िम्मेदारी है औऱ अंत में यहाँ उपस्थित सभी लोगो का आभार प्रकट करना चाहूंगी की आप सब अपना अमूल्य समय निकालकर यह उपस्थित हुए और इस कार्यक्रम को सफल बनाया। धन्यवाद जय हिंद Haapy Republic Day!!
26 January Republic Day Speech essay 450 Word Hindi
आदरणीय प्रधानाचार्य, सम्मानीय मुख्य अतिथि और शिक्षकगण और मेरे प्यारे सहपाठियो आप सभी को गणतंत्र दिवस की बहुत बहुत शुभकामनाएं! आज में अपने आपको में बहुत ही गौरान्वित महसूस कर रही हूँ की आज 26 January यानी गणतंत्र दिवस के इस अवसर पर आपके समक्ष अपने विचार रखने का मुझे अवसर मिला, यदि मुझसे कोई भूल हो जाये तो मुझे क्षमा कीजियेगा।
15 अगस्त और 26 जनवरी ये दोनों ही दिन हमारे देश के इतिहास में हमेशा अमर रहेंगे। जैसा की आप सभी को ज्ञात है कि 15 अगस्त 1947 को हमारा देश अंग्रेजी हुकूमत से आजाद हुआ था और 26 Janaury 1950 को हमारा देश में प्रजातांत्रिक गणराज्य स्थापित हुआ था अर्थात देश मे एक नई कानून व्यवस्था स्थापित की गई थी जिसमे जनता को अपने प्रतिनिधि चुनने का पूर्ण अधिकार प्राप्त हुआ।
आज़ादी का यह सपना सन् 1929 में देखा गया था जहाँ पण्डित जवाहर लाल नेहरू की अध्यक्षता में एक शपथ ग्रहण सभा के लिए बैठक बुलाई गई जिसमें पूर्ण स्वराज का मुद्दा रखा गया और अंग्रेजी सरकार से भारत को डोमिनियन का दर्जा दिलाने की मांग की परंतु अंग्रेजी सरकार ने इसपर कोई जवाब नही दिया तब 26 जनवरी 1930 को भारत ने अपने आप को स्वयं स्वतंत्र घोषित किया और लाहौर में रवि नदी के किनारे तिरंगा फहराया।
26 नवंबर 1949 को हमारा संविधान तैयार हो चुका था इस दिन को संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है और 26January 1950 को लागू किया गया था इस दिन को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह पूरे विश्व मे सबसे लंबा संविधान है जिसे डॉ.भीमराव अम्बेडकर की अध्यक्षता में समिति के सभी सदस्यों जैसे सरदार वल्लभ भाई पटेल, पं.जवाहरलाल नेहरू, डॉ. राजेन्द्र प्रसाद, मौलाना अब्दुल कलाम के द्वारा 2 साल 11 महीने 18 दिन में तैयार किया गया था।
गणतंत्र दिवस हमेशा हमे अपने देश के प्रति अपने कर्तव्यों का बोध कराता है आज के दिन को हमे कभी नही भूलना चाहिए आज हम सब यहाँ एकत्रित है और इस पर्व को इतनी धूम धाम से मना रहे है यह दिन हम सबको हमारे वीर शहीदों के बलिदानो और शहादत को याद दिलाता है। आज हम उनके बलिदानो के कारण ही आज़ादी की सांस ले रहे है औऱ उनके महान भारत के सपने को हमे ही सार्थक करना है और हमारे देश में फैले अपराधों जैसे भ्रष्टाचार, आतंकवाद, बलात्कार तथा बुराइयों जैसे गरीबी, बेरोजगारी आदि को मिलकर मिटाना होगा।
आज के दिन को पूरे भारत में बड़े ही हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता है परंतू राजधानी दिल्ली में विशेष रूप से आयोजित किया जाता है आज के दिन राष्ट्रपति द्वारा हमारे वीर शहीदों को श्रद्धांजलि दी जाती है औऱ राष्ट्रध्वज फहराया जाता है साथ ही राष्ट्रीय गान भी गाया जाता हैं।
आज के दिन राष्ट्रपति भवन को दुल्हन की तरह सजाया जाता है और राष्ट्रपति कि अध्यक्षता में ये पुरा कार्यक्रम आयोजित होता है विभिन्न प्रान्तों से स्कूली बच्चे और लोगों द्वारा प्रस्तुतियां दी जाती है औऱ भारतीय जल सेना, थलसेना और वायु सेना द्वारा मार्च निकाला जाता है। इस तरह हमारे देश मे इस दिवस की महत्ता को हमेशा याद रखने के लिए गणतंत्र दिवस मनाया जाता है। Happy Republic Day धन्यवाद!
26 January Republic Day Speech essay 1000 Word Hindi
26 January एक ऐतिहासिक दिन हैं जिसने देश को नया सविधान और देश की जनता को सम्मान पहचान और एक नया आयाम दिया। आज के दिन देश एक लोकतांत्रिक प्रणाली के रूप में उभरा और हमारा देश एक लोकतांत्रिक देश बन गया।
लगभग दो दशक अंग्रेजी हुकूमत ने भारत पर राज किया अपने क्रूर और अनैतिक इरादों के साथ उन्होंने हमारे देश की भोली-भाली जनता पर कई वर्षों तक अत्याचार किये परंतु बुराई का अंत निश्चित है इन्ही इरादों के साथ हमारे देश के वीर क्रांतिकारियो ने देश को आज़ादी दिलाने के लिए अपने प्राणों की आहुति दी जिसके बाद 15 अगस्त 1947 को आज़ादी का सवेरा हमने देखा था और उनका निस्वार्थ देश प्रेम हमारे लिए हमेशा प्रेरणा स्रोत रहेगा जिसे कभी भी नही भुलाया जा सकता।
1857 से लेकर 1947 तक देशभक्ति और आज़ादी के संघर्ष की भावना हमारे देशवादियो में बहुत देखने को मिलती थी उसी के दम पर हमारे क्रांतिकारियों ने हमे आज़ादी दिलाई परंतु आज के समय में हमें देशभक्ति की भावना कम देखने को मिलती है शायद इसीलिए क्योंकि हमें बिना संघर्ष किये ही मुफ्त मे ये आज़ादी मिल गई परंतु हमें आज़ादी का महत्व समझना होगा और आने वाली पीढ़ियों को भी समझाना होगा।
26 January का दिन हमारे देश मे गणतंत्र दिवस के रूप में बड़े ही हर्ष के साथ मनाया जाता है यह हमारा राष्ट्रीय पर्व है। आज के दिन भारतीय अधिनियम 1935 को हटाकर हमारा भारतीय संविधान लागू किया गया था और देश में एक नई कानून व्यवस्था का जन्म हुआ जिससे जनता को समानता के साथ-साथ अपने प्रतिनिधि को चुनने का अधिकार प्राप्त हुआ परंतु हमे उन अधिकारों के साथ अपने कर्तव्यों को भी प्राथमिकता देनी चाहिए।
हमारा संविधान डॉ.भीमराव अंबेडकर की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ तथा समिति के अन्य सदस्य के रूप में डॉ.राजेन्द्र प्रसाद, सरदार वल्लभभाई पटेल, पं.जवाहरलाल नेहरू, मौलाना अब्दुल कलाम आदि भी सम्मिलित थे। यह देश का सबसे लंबा संविधान है जो 2 साल 11 महीने 18 दिन में लिखा गया है औऱ यह 26 नवंबर 1949 को तैयार हुआ था तथा 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया था। तभी से 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में तथा 26 January को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है।
आज के दिन राजधानी दिल्ली में भव्य आयोजन होता है जिसकी अध्यक्षता राष्ट्रपति द्वारा की जाती है औऱ भारतीय सेनाओ द्वारा तथा देश के विभिन्न प्रान्तों से राष्ट्रीय कैडेट कोर द्वारा मार्च पास्ट किया जाता है। स्कूली बच्चो द्वारा प्रस्तुतियां की जाती है तथा राष्ट्रपति द्वारा वीर सपूतों को श्रद्धांजलि दी जाती है फिर 21 तोपो की सलामी साथ राष्ट्रध्वज फहराया जाता है और राष्ट्रगान गाया जाता है।
इसी के साथ हमारे देश में ये ऐतिहासिक राष्ट्रीय पर्व पूरे देश मे विभिन्न आयोजन के साथ मनाया जाता है अतः इस भाषण के द्वारा में आपको अपने विचारों से अवगत कराना चाहती/चाहता हूँ की हम सबको मिलकर यह संकल्प लेना चाहिए कि हम हमेशा देश के संविधान की रक्षा करेंगें और इस महत्वपूर्ण आज़ादी को कभी भी व्यर्थ नही जाने देंगे और आने वाली पीढ़ियों को भी देश की रक्षा के लिए प्रोत्साहित करते रहेंगे। अंत मे आप सभी का दिल से आभार व्यक्त करना चाहूंगी/चाहूंगा कि आप सब लोग यहाँ उपस्थित हुए और इस कार्यक्रम को मिलकर सफल बनाया इसके लिए आप सभी का दिल से धन्यवाद!! और एक कविता के साथ अपने भाषण को विराम देती हूं
26 January Repubpic Day Poem Hindi
संघर्ष सुबह और शाम किये है, वीरो ने अपने प्राण दिये है।
ए भारत माँ तुझे बचाने को, शहीदों ने बलिदान दिए है।
अब बारी है आयी हमारी भारत माँ तुझे बचाने की
हिम्मत किसी की होने न देंगे, अब भारत माँ तुझे छूने न देगें!!
इस देश मे जीना है हमको इस देश पे ही मर मिट जाएंगे
खुशबू जंग ऐ आज़ादी से इस दुनिया को महकाएँगे।
खुश मत हो तू ऐ अत्याचारी, ये खुशी नही टिक पाएगी।
कोई कसर नही छोड़ेंगे, क्योंकि अब तेरी शामत आएगी।
दूर करेंगे बेरोज़गारी और मिटेगा भ्रष्टाचार
इस देश से गरीबी हटायेंगे और पनपेगा शिष्टाचार
आतंकवाद और बलात्कार से इस देश को हमे बचाना है
कोई चिराग न बुझने पाये, कोई जोति न यू मुरझाये
इन रोशन चिरागो से हम दुनिया रोशन कर जाएंगे!!
ये संकल्प अब हमें है करना, अब ये धर्म हमारा है
बेबस और लाचारों को देना हमे सहारा है।
अब देश भक्ति की ये भावना हमने मन मे बसाई है
हम करेंगे रक्षा ऐ भारत माँ तेरी, बस कसम ये हमने खाई है
बस कसम ये हमने खाई है….!!
जय हिन्द Happy Republic Day
तो दोस्तों हम उम्मीद करते है कि आपको हमारा यह आर्टिकल काफ़ी पसंद आया होगा औऱ अब आप जान चुकें होंगे कि गणतंत्र दिवस क्या है और क्यों-कैसे मनाया जाता हैं।
साथ ही हमनें आपको 26 January Republic Day Essay Hindi में प्रदान किये है वह भी अलग-अलग लम्बाई के साथ ताकि आप अपनी आवश्यकताओं अनुसार इनका इस्तेमाल कर सकें और अपने लिए 26 January Essay तैयार कर सकें।
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