Aarti Hanuman Ji Ki Lyrics- हिंदी में पढ़े हनुमान जी आरती

Aarti Hanuman Ji Ki Lyrics:- हिंदू धर्म में विभिन्न त्योहारों और उत्सव के साथ-साथ दैनिक जीवन में भी सुबह तथा शाम भगवान की पूजा-अर्चना की जाती है और इस पूजा अर्चना में आरती महत्वपूर्ण भाग होता है इसलिए अगर आप “Aarti Hanuman Ji Ki” लिखी हुई आरती ढूंढ रहे हैं तो यहां पर आपको पूरी लिखी हुई आरती मिलने वाली है।

दरसल, आज हर कोई पूजा अर्चना करते समय आरती को अपने मोबाइल फोन पर लगाकर सुनते हैं औऱ पूजा-अर्चना करते हैं जबकि अधिकतर लोग पूजा अर्चना करने की चलती आ रही परंपरा का पालन करते हैं और पूजा अर्चना करते हुए खुद ही आरती करते हैं।

Aarti Hanuman Ji Ki Lyrics Hindi me

परंतु हर किसी को संपूर्ण आरती याद हो ऐसा नहीं होता है इसलिए बहुत सारे लोग Aarti Hanuman Ji Ki Lyrics को पढ़कर अच्छी तरह भगवान की आरती करते हैं जिससे उन पर भगवान की विशेष कृपा बनी रहे और यही पूजा अर्चना करने का उत्तम तरीका माना जाता है।

और कई बार आरती करते समय हम आरती भूल जाते हैं इसलिए भी हम पहले से लिखी हुई आरती अपने सामने रखते हैं ताकि हम से किसी प्रकार की कोई चूक न हो और हम विधि-विधान से भगवान की पूजा कर सके जिसके बाद ही हमें पूजा का फल मिलता है तो चलिए हम आपको Aarti Hanuman Ji Ki Lyrics हिंदी और इंग्लिश दोनों में प्रदान कर रहे हैं आपको जो ज्यादा आसान और सरल लगे आप उसका इस्तेमाल करके अपनी प्राथना कर सकते हैं।

Aarti Hanuman Ji Ki Lyrics- हिंदी

॥ श्री हनुमंत स्तुति ॥
मनोजवं मारुत तुल्यवेगं,
जितेन्द्रियं, बुद्धिमतां वरिष्ठम् ॥
वातात्मजं वानरयुथ मुख्यं,
श्रीरामदुतं शरणम प्रपद्धे ॥

॥ आरती ॥
आरती कीजै हनुमान लला की ।
दुष्ट दलन रघुनाथ कला की ॥

जाके बल से गिरवर काँपे ।
रोग-दोष जाके निकट न झाँके ॥
अंजनि पुत्र महा बलदाई ।
संतन के प्रभु सदा सहाई ॥
आरती कीजै हनुमान लला की ॥

दे वीरा रघुनाथ पठाए ।
लंका जारि सिया सुधि लाये ॥
लंका सो कोट समुद्र सी खाई ।
जात पवनसुत बार न लाई ॥
आरती कीजै हनुमान लला की ॥

लंका जारि असुर संहारे ।
सियाराम जी के काज सँवारे ॥
लक्ष्मण मुर्छित पड़े सकारे ।
लाये संजिवन प्राण उबारे ॥
आरती कीजै हनुमान लला की ॥

पैठि पताल तोरि जमकारे ।
अहिरावण की भुजा उखारे ॥
बाईं भुजा असुर दल मारे ।
दाहिने भुजा संतजन तारे ॥
आरती कीजै हनुमान लला की ॥

सुर-नर-मुनि जन आरती उतरें ।
जय जय जय हनुमान उचारें ॥
कंचन थार कपूर लौ छाई ।
आरती करत अंजना माई ॥
आरती कीजै हनुमान लला की ॥

जो हनुमानजी की आरती गावे ।
बसहिं बैकुंठ परम पद पावे ॥
लंक विध्वंस किये रघुराई ।
तुलसीदास स्वामी कीर्ति गाई ॥

आरती कीजै हनुमान लला की ।
दुष्ट दलन रघुनाथ कला की ॥
॥ इति संपूर्णंम् ॥


Aarti Hanuman Ji Ki Lyrics- इंग्लिश में

Aarti kije hanuman lala ki
dusht dalan ragunath kala ki

aarti kije hanuman lala ki
dusht dalan ragunath kala ki
aarti kije hanuman lala ki

jake bal se girivar kaanpe
rog dosh ja ke nikat na jhaanke

anjani putra maha baldaaee
santan ke prabhu sada sahai

aarti kije hanuman lala ki
dusht dalan ragunath kala ki
aarti kije hanuman lala ki

de beera raghunath pathaaye
lanka jaari siya sudhi laaye

lanka so kot samundra-si khai
jaat pavan sut baar na lai

aarti kije hanuman lala ki
dusht dalan ragunath kala ki
aarti kije hanuman lala ki

lanka jaari asur sanhare
siyaramji ke kaaj sanvare

lakshman moorchhit pade sakaare
aani sajeevan pran ubaare

aarti kije hanuman lala ki
dusht dalan ragunath kala ki
aarti kije hanuman lala ki

paithi pataal tori jam-kaare
ahiravan ke bhuja ukhaare

baayen bhuja asur dal mare
daahine bhuja santjan tare

aarti kije hanuman lala ki
dusht dalan ragunath kala ki
aarti kije hanuman lala ki

sur nar muni aarti utare
jai jai jai hanuman uchaare

kanchan thaar kapoor lau chhaai
aarti karat anjana maai

aarti kije hanuman lala ki
dusht dalan ragunath kala ki
aarti kije hanuman lala ki

jo hanumanji ki aarti gaave
basi baikunth param pad pave

lank bidhwansh kinhi raghurai
tulsi das swami aarti gaayi

aarti kije hanuman lala ki
dusht dalan ragunath kala ki
aarti kije hanuman lala ki
dusht dalan ragunath kala ki

aarti kije hanuman lala ki


आरती खड़े होकर क्यों की जाती हैं?

– आरती हिंदू धर्म की अत्यंत महत्वपूर्ण और प्राचीन समय से चलती आ रही परंपरा है और इसके बिना पूजा अर्चना को अधूरा माना जाता है इसलिए हमेशा पूजा या प्रार्थना की समाप्ति के बाद ही आरती करना श्रेष्ठ माना जाता है सामान्य परिस्थितियों में आरती को खड़े होकर करना या थोड़ा झुककर करना उत्तम माना जाता है

लेकिन अगर आपके सेहत व स्वास्थ्य में किसी प्रकार की समस्या है जिसके कारण आप खड़े होकर आरती नहीं कर सकते तो आप बैठकर भी आरती कर सकते हैं हालांकि सबसे महत्वपूर्ण आपकी शरदा है यह नहीं है कि आप खड़े होकर या बैठकर भगवान की पूजा अर्चना करते हैं आप चाहे खड़े हो या बैठे हो सबसे जरूरी है कि भगवान के प्रति आपकी शारदा!

आरती करने का सही समय क्या होता है

– पूजा अर्चना का एक महत्वपूर्ण भाग होता है देवी देवताओं की की जाने वाली आरती और हर धार्मिक अनुष्ठान पूर्ण होने के बाद उस अनुष्ठान से संबंधित भगवान की प्रार्थना की जाती है हालांकि हिंदू धर्म में पाठ पूजा को लेकर कई सारे नियम बताए गए हैं

अगर आप इन नियमों का पालन करते हैं तो आपको पूजा का फल अवश्य मिलता है इसलिए आपको आरती करने का सही समय का चयन भी करना चाहिए सनातन धर्म में ब्रह्म मुहूर्त और गोधूलि बेला पूजन के लिए उपयुक्त बताए गए हैं इसलिए सुबह और शाम प्रतिदिन आरती करनी चाहिए।

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भगवान की पूजा में आरती क्यों महत्वपूर्ण है

-आरती पूजा की वह विधि है, जिसे करने पर पूजा का पूरा फल प्राप्त होता है और आराध्य देवी–देवता की कृपा बरसती है आरती को ‘आरार्तिक‘ और ‘नीराजन‘ भी कहा जाता है पुराणों में आरती की महिमा का गुणगान करते हुए कहा गया है कि यदि कोई मंत्र आदि नहीं जानता हो तो वह श्रद्धापूर्वक उस पूजा–अनुष्ठान का पूरा फल प्राप्त कर सकता है।

ईश्वर की साधना के लिए की जाने वाली आरती आम तौर पर घरों में सुबह–शाम की जाती है लेकिन इसे दिन भर में एक से पांच बार की जा सकती है तथा आरती को हमेशा ऊंचे स्वर और एक ही लय ताल में गाया जाता है ऐसा करने पर पूजा स्थल का पूरा वातावरण भक्तिमय हो जाता है और मन को सुकून देने वाला होता है।

आरती कितने प्रकार से की जाती है

आरती मुख्य रूप से पांच प्रकार से की जाती है जिसमें पहली दीपमाला से, दूसरी जल से भरे शंख से, तीसरी धुले हुए वस्त्र से, चौथी आम और पीपल आदि के पत्तों से और पांचवीं साष्टांग अर्थात शरीर के पांचों भाग (मस्तिष्क, हृदय, दोनों कंधे, हाथ व घुटने) से इस प्रकार पंच-प्राणों की प्रतीक आरती मानव शरीर के पंच-प्राणों की प्रतीक मानी जाती है।

हमने आपको यहां पर Aarti Hanuman Ji Ki Lyrics हिंदी और इंग्लिश दोनों ही भाषाओं में प्रदान की है आपको जो भी सरल व आसान लगती है जिसे आप आसानी से समझ कर गुनगुना सकते हैं आप उसका इस्तेमाल कर सकते हैं हालांकि हमने सभी जानकारी यहां पर प्रदान करने का प्रयास किया है परंतु फिर भी कुछ छूट जाता है तो आप हमें कमेंट बॉक्स के माध्यम से बता सकते हैं

तो दोस्तों अगर आपको हमारा यह आर्टिकल किसी भी तरह से मदतगार और ज्ञान से भरपूर लगता है तो आप इसे अपने सभी दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर Share करकें हमारी इस मेहनत को सफल बनाने का प्रयास करें ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग Aarti Hanuman Ji Ki Lyrics इसके बारे में जान सके तो अब अगर आपने यहां तक पढ़ लिया तो एक Share करना बनाता है मेरे दोस्त!!!

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HP Jinjholiya
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मेरा नाम HP Jinjholiya है, मैंने 2015 में ब्लॉगस्पॉट पर एक ब्लॉगर के रूप में काम करना शुरू किया उसके बाद 2017 में मैंने NewsMeto.com बनाया। मैं गहन शोध करता हूं और हमारे पाठकों के लिए उच्च गुणवत्ता वाली सामग्री उत्पादित करता हूं। हर एक सामग्री मेरे व्यापक विशेषज्ञता और गहरे शोध पर आधारित होती है।

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