नोएडा की नामी प्राइवेट यूनिवर्सिटी अमिटी एक बार फिर चर्चा में है। इस बार वजह कोई पढ़ाई या इनोवेशन नहीं बल्कि एक फ्रेशर्स पार्टी का डांस परफॉर्मेंस है जिसे देखकर कई लोग हैरान रह गए। श्वेता श्रीवास्तव नाम की एक यूजर ने ट्विटर पर एक पोस्ट शेयर किया जिसमें उन्होंने इस परफॉर्मेंस को अशोभनीय बताते हुए सवाल उठाए कि क्या इस तरह के इवेंट्स हमारे एजुकेशनल और कल्चरल वैल्यूज़ के हिसाब से सही हैं।
अमिटी का डांस पर हो रहा है तीखा विरोध
जब अमिटी यूनिवर्सिटी के फ्रेशर्स पार्टी में एक स्टूडेंट ने डांस किया तो सोशल मीडिया पर जैसे तूफ़ान आ गया। कई लोग इसे स्कूल-कॉलेज की गरिमा पर हमला बता रहे हैं। “विद्यालय को कोठा बना दिया इन लोगों ने” और “ये कॉलेज हैं या डांस बार?” जैसे तंज भरे कमेंट्स आ रहे हैं। लोग मानते हैं कि ऐसे डांस से हमारी परंपरागत भारतीय संस्कृति और सामाजिक मर्यादा पर असर पड़ता है।
कई यूजर्स ने कहा कि प्राइवेट यूनिवर्सिटीज़ में शिक्षा की जगह मनोरंजन को ज्यादा तवज्जो मिल रही है। “हमारी संस्कृति खत्म कर रही है यह प्राइवेट यूनिवर्सिटी” जैसे बयान दिखाते हैं कि लोगों को लग रहा है कि शिक्षा की जगह अब सिर्फ मस्ती और दिखावा हो रहा है।
ये है नोएडा का Amity University जहां फ्रेशर्स का वेलकम किया जा रहा है ,
— Shwetha Shrivastava (@Ssriwastav30) May 22, 2025
बच्चे तो बच्चे होते है क्या शिक्षकों को ऐसी छूट अपने छात्रों को देनी चाहिए ? #शिक्षा_नग्न_हो_रही_है pic.twitter.com/I1pJ0DD1IO
प्रोफेसर की मौजूदगी में ऐसा परफॉर्मेंस
श्वेता ने खास तौर पर ये मुद्दा उठाया कि जब स्टेज पर ऐसा डांस हो रहा था तब वहां फैकल्टी मेंबर्स भी मौजूद थे। क्या कॉलेज सिर्फ पढ़ाई का मंच नहीं होता बल्कि एक ऐसी जगह भी होता है जहां बच्चों को संस्कार और समाज की समझ दी जाती है? उन्होंने यह भी पूछा कि क्या इस तरह के इवेंट्स के जरिए हम अपनी युवा पीढ़ी को गलत दिशा में तो नहीं भेज रहे हैं।
बहुतों का मानना है कि जब ऐसे प्रोग्राम में टीचर्स मौजूद रहते हैं तो उन्हें ऐसा होने नहीं देना चाहिए। सवाल उठाए जा रहे हैं कि क्या शिक्षकों को छात्रों को इतनी छूट देनी चाहिए कि वे इस तरह के प्रदर्शन करें। कुछ लोगों को लगता है कि ये कुल मिलाकर संस्थान की गलत नीतियों और नियंत्रण की कमी का नतीजा है।
इस बात पर भी चर्चा हुई कि अगर शिक्षकों और प्रशासन की निगरानी ठीक होती तो शायद ऐसी घटनाएं नहीं होतीं। इसलिए विश्वविद्यालय की जिम्मेदारी और उसकी संस्कृति पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
अमिटी यूनिवर्सिटी वैसे भी पहले कई बार विवादों में आ चुकी है। कभी उसके न्यूयॉर्क कैंपस में भारी निवेश को लेकर तो कभी मान्यता को लेकर हुए लीगल मामलों के कारण। अब ये नया मामला फिर से इस बात को हवा दे रहा है कि क्या प्राइवेट यूनिवर्सिटीज़ में पढ़ाई के साथ-साथ अनुशासन और संस्कृति भी उतनी ही ज़रूरी है जितना ग्लैमर और शो ऑफ।