प्रसिद्ध कृष्णा की गेंदबाज़ी ने मचाया तहलका जहां स्टार गेंदबाज़ पस्त नज़र आए वहीं प्रसिद्ध ने अपने हुनर से सबको चौंका दिया।
बल्लेबाज़ों की स्वर्ग जैसी पिच पर चमके प्रसिद्ध कृष्णा
क्रिकेट के मैदान पर जब गेंदबाज़ों का दिन खराब हो और पिच पूरी तरह बल्लेबाज़ों के नाम हो जाए तब अगर कोई तेज़ गेंदबाज़ 4 ओवर में सिर्फ़ 22 रन देकर 2 विकेट चटका ले तो वो तारीफ़ के काबिल होता है। यही किया प्रसिद्ध कृष्णा ने। मैदान पर जहां मोहम्मद सिराज और अर्शद खान जैसे नाम रन लुटाते नज़र आए वहीं प्रसिद्ध ने अपनी लाइन और लेंथ से सबको चौंका दिया।
सिराज ने 4 ओवर में 47 रन लुटाए बिना कोई विकेट लिए और उनकी इकॉनमी 11.8 रही। अर्शद खान ने तो 2 ओवर में ही 42 रन खा लिए और इकॉनमी 21 तक पहुंच गई। वहीं प्रसिद्ध की इकॉनमी सिर्फ़ 5.5 रही। ये आंकड़े सिर्फ़ नंबर नहीं बल्कि प्रसिद्ध के सुधार और परिपक्वता की कहानी बयां करते हैं।
तीनों फेज़ में गेंदबाज़ी कर दिखाया कमाल
मैच की सबसे खास बात ये रही कि प्रसिद्ध ने पावरप्ले से लेकर मिड ओवर्स और डेथ ओवर्स तक खुद को बखूबी ढाला। वो ना सिर्फ़ रन रोकने में कामयाब रहे बल्कि सही वक्त पर विकेट लेकर विपक्षी टीम को झटका भी दिया।
2022 के आईपीएल में भी उन्होंने राजस्थान रॉयल्स के लिए डेथ ओवर्स में शानदार गेंदबाज़ी की थी और टीम को फाइनल तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई थी। Cricbuzz के मुताबिक वो तब भी कप्तान के भरोसेमंद बॉलर बन चुके थे।
बुमराह से तुलना लेकिन अभी बाकी है सफर
एक यूज़र ने सोशल मीडिया पर प्रसिद्ध को जसप्रीत बुमराह से तुलना करते हुए बताया कि वो भविष्य में भारत के टॉप बॉलर बन सकते हैं। लेकिन आंकड़े अभी भी इस तुलना को थोड़ी दूरी पर रखते हैं।
बुमराह ने आईपीएल के शुरुआती 36 मैचों में 30 विकेट लिए थे और उनकी इकॉनमी 7.6 थी। वहीं ऑस्ट्रेलिया के जोश हेज़लवुड ने 51 विकेट लेकर इकॉनमी 7.49 बनाई थी। प्रसिद्ध के लिए अब अगला लक्ष्य होगा इसी तरह लगातार प्रदर्शन करना जिससे वो भी इन दिग्गजों की लीग में शामिल हो सकें।
क्या प्रसिद्ध भारत के अगले बुमराह बन सकते हैं
प्रसिद्ध की गेंदबाज़ी में वो आग नज़र आ रही है जो किसी भी बड़े बल्लेबाज़ को परेशान कर सकती है। अगर वो इसी तरह कंट्रोल और विविधता बनाए रखें तो टीम इंडिया को एक और घातक गेंदबाज़ मिल सकता है।
आने वाले टूर्नामेंट्स में उनपर सबकी नज़र रहेगी। क्योंकि अब प्रसिद्ध सिर्फ़ एक नाम नहीं बल्कि एक उम्मीद बन चुके हैं।